जिला कलक्टर अंश दीप ने कहा कि जवाई बांध में उपलब्ध पानी चार माह तक जिले की मांग को पूरा कर सकता है। उसके बाद स्थानीय जलस्रोतों से पानी की व्यवस्था के लिए कंटीजेंसी प्लान बनाया गया है। वर्षा ऋ तु तक पेयजल के लिए पानी की जरूरत अधिक है।
जवाई पुनर्भरण की महत्ती आवश्यकता
जवाई पुनर्भरण की महत्ती आवश्यकता
सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत ने कहा कि जवाई बांध में पानी कम आने से बार-बार पेयजल व कृषि के लिए परेशानी होती है। इसके लिए जवाई बांध पुर्नभरण की महत्ती आवश्यकता है। इसके साथ ही आस-पास के बांधों से भी पानी लिया जाना चाहिए। उन्होंने इन्दिरा गांधी नहर परियोजना से पाली जिले के जैतारण, मारवाड़ जंक्शन, रोहट व रायपुर को जोडऩे की बात कहीं।
4 हजार एमसीएफटी पानी किया जाए आरक्षित
4 हजार एमसीएफटी पानी किया जाए आरक्षित
जनप्रतिनिधि जब्बरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि जिले के लिए पूर्व में जवाई बांध से 3500 एमसीएफटी पानी की मांग पेयजल के लिए की गई थी। जिले को प्रतिदिन 9 एमसीएफटी पानी की आवश्यकता रहती है। एडवोकेट आरके बोडा ने कहा कि जवाई बांध जलग्रहण क्षेत्र में अतिक्रमण से पानी रुकता है। जवाई बांध से 4000 एमसीएफटी पाली हर साल जिले के लिए आरक्षित रहना चाहिए।