जानकारों की माने तो तीनों गिरोह की नजर पाली पर है। यह गिरोह पाली के कोतवाली क्षेत्र व सदर क्षेत्र में अधिकांश टैंकर खाली करते हैं। कुछेक मौकों पर रोहट क्षेत्र में भी टैंकर खाली किए जा रहे हैं। पिछले पांच दिन में तीन जगहों पर ये टैंकर खाली करना सामने आया है। पुलिस व प्रशासन इसकी जांच में जुटा है। गिरोह के सरगनाओं पर अब पुलिस की नजर है।
पाली के आस-पास नदी में पहले बजरी खनन हुआ। इससे नदी में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। अब इन गड्ढों में केमिकल एसिड टैंकर माफिया डाल रहे हैं। लगातार पुलिस व प्रशासन की लापरवाही ही इस माफिया को पनपा रही है। पुलिस की ढिली गश्त की वजह से रात में यह टैंकर खाली हो रहे हैं।
इन गिरोह के लिए पाली पसंदीदा जगह बन चुका है। यहां आए दिन फैक्ट्री संचालक प्रदूषित पानी डालते रहते हैं, नया पाली इसमें खाली करने से पता नहीं चलता
पाली पुलिस तीन बार केमिकल एसिड से भरे टैंकर पकड़ चुकी है। कोतवाली व सदर थाने में इसके मामले भी दर्ज है। एक गिरोह के नागौर जिले के पादूकलां (सथानी) निवासी रामकिशन (28) पुत्र हरजीराम जाट व रोहट थाना क्षेत्र के मांडावास गांव निवासी भगाराम (29) पुत्र गोकुलराम देवासी रिमाण्ड पर है। जबकि इसके मुख्य सरगरा मंडिया रोड पाली निवासी रावताराम जाट व राजेन्द्र नगर निवासी सुरेन्द्रसिंह राजपूत है। जो फरार है। पुलिस रावताराम व सुरेन्द्र सिंह की तलाश में है। है। इसलिए गिरोह के लिए पाली पहली पसंद बना हुआ है। दो गिरोह को पुलिस चिह्नित कर चुका है। तीसरे गिरोह को भी ट्रेस किया जा रहा है।
हां, यह सहीं है कि तीन गिरोह मिलकर केमिकल व प्रदषित एसिड को पाली की नदी में खाली कर रहे हैं। इन पर पुलिस की नजर है। पुलिस लगातार इन पर शिकंजा कसने का प्रयास कर रही है।