पाली शहर की 2.60 लाख की आबादी के लिए रोजाना करीब 35 एमएलडी पानी की जरूरत होती है, लेकिन 25 मई से लेकर अब तक जलदाय विभाग के पास कई हैड वक्र्स पर पूरा पानी नहीं पहुंच रहा है। विभाग के भैरूघाट हैड वक्र्स पर 25 मई को 18 एमएलडी पानी आया। 28 को 18 एमएलडी और 29 को 20 एमएलडी पानी ही पहुंचा। अभी भी पानी पूरा 35 एमएलडी के बजाय 25 से 28 एमएलडी के बीच ही आ रहा है। ऐसे में शहर की मांग पूरी नहीं हो पा रही है।
जलदाय विभाग के अधिकारियों के अनुसार 24 मई की रात भैरूघाट हैड वक्र्स पर बिजली का फॉल्ट आया। उसे 25 मई की दोपहर तक ठीक किया जा सका। इससे पानी बहुत कम मिला और जलापूर्ति बाधित हुई। इसके बाद 28 की रात फिर पांच घंटे बिजली बंद रही। मंडिया हैड वक्र्स पर 29 की रात को फॉल्ट आ गया, जिसे 30 मई की दोपहर 1 बजे ठीक किया जा सका। नतीजा पूरे शहर की जलापूर्ति बाधित हो गई। इसके बाद दो मई को विभाग की ओर से शट डाउन लिया गया। इससे जलापूर्ति बाधित रही।
शहर में 24 घंटे जलापूर्ति करने को लेकर दावे तो बहुत किए गए। शहर के कई क्षेत्रों में इसके नाम पर बिल वसूली भी शुरू कर दी गई है, लेकिन आज तक किसी भी क्षेत्र में 24 घंटे तो दूर समय पर जलापूर्ति तक नहीं की गई है। अब तो हालात यह है कि जिन क्षेत्रों में आयूआइडीपी की पाइप लाइन से जलापूर्ति शुरू करवाई गई है, वहां समय पर और कम दबाव से पानी दिया जा रहा है।
जवाई बांध में अभी 23.50 फीट पानी है। जो पाली शहर के साथ जिले में जलापूर्ति के लिए करीब 3 माह के लिए पर्याप्त है। इस तरह पानी की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद जलदाय विभाग व डिस्कॉम के बीच तालमेल के अभाव में शहरवासियों के साथ जिलेवासियों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। रोहट क्षेत्र में हालात यह है कि चौराई के दिवान्दी, खुटाणी सहित कई गांवों में पानी नहीं पहुंच रहा।
आयूआइडीपी की ओर से शहर के कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति नई पाइप लाइन से शुरू की गई है, लेकिन एक भी जगह पानी समय पर नहीं दिया जा रहा है। कभी रात में तो कभी दिन में आपूर्ति की जाती है, वह भी कभी आधा तो कभी एक घंटा। आयूआइडीपी लेबर कॉलोनी, राइकों की ढाणी, मंडली, मंडिया गांव, टैगोर नगर, नया गांव, सुभाष नगर, पुराना हाउसिंग बोर्ड, जय नगर, यश विहार के साथ सभी क्षेत्रों में मनमर्जी से दिन में कभी भी आधा-एक घंटे के लिए कम दबाव का पानी खोलकर इतिश्री की जा रही है।
आनन्द नगर में नई पाइप लाइन बिछाई है। उस समय से पानी की समस्या है। इसे एक वर्ष गुजर गया है। कई गलियों में पानी नहीं पहुंच रहा है। अधिकारियों को कई बार अवगत कराया। राजेन्द्र नगर विस्तार, हिम्मत नगर, सरदारसमंद रोड, अम्बेडकर नगर इलाकों में कम दबाव से पानी आने के कारण त्राहि-त्राहि मची है। –त्रिलोक चौधरी, पूर्व पार्षद
वार्ड संख्या 40 में पानी कम दबाव से आ रहा है। ऐसे ही हालात वार्ड 41 के भी है। जिला कलक्टर को भी कई बार अवगत कराया है। बावजदू कोई सुधार नहीं हुआ है। बजरंग नगर, आदर्श नगर, जनता कॉलोनी, बसंत विहार, सुंदर नगर में लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। –पुष्पा सोमनानी, पार्षद
-44,600 कनेक्शन शहर में
-40,122 कनेक्शन अभी चालू है
-35 एमएलडी पानी की रोजाना जरूरत
-25 से 28 एमएलडी पानी की दिया जा रहा शहर में
-23.50 फिट पानी जवाई बांध में
1464 एससीएफटी पानी जवाई में
-वार्ड संख्या 40 व 41 के लोगों ने, इस क्षेत्र में ही विधायक व पूर्व उप मुख्य सचेतक भी रहते हैं।
-पुराना हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र-सुंदर नगर-आनन्द नगर