जानकारी के अनुसार सीएमएचओ डॉ आरपी मिर्धा शाम को जोधपुर जाते समय खारडा टोल नाके पर निजी गाड़ी से रुके। उन्होंने सीएमएचओ होने की बात कहते हुए टोल नहीं देने की बात कही। इस पर टोल कंपनियों ने निजी गाड़ी का हवाला देते हुए टोल मांगा। आखिरकार टोल देना पड़ा। इस बात से सीएमएचओ भड़क गए। उन्होंने जोधपुर से वापस आते समय एंबुलेंस टोल कंपनी पर खड़ी एंबुलेंस की जांच की तो एम्बुलेंस में मरीजों को ड्रीप चढ़ाने के लिए काम आने वाला आइवी सेट तक नहीं मिला। उन्होंने टोल प्लाजा अधिकारियों को जल्द से जल्द कमियां सुधारने के निर्देश दिए। निरीक्षण में एम्बुलेंस में गाड़ी के कागजात नहीं मिले।
एम्बुलेंस में मेडिकल कर्टन नहीं लगे मिले एम्बुलेंस में लगा फायर सेफ्टी उपकरण भी पुराना निकला। मास्क नहीं मिले। ऑक्सीजन सिलेंडर पर एक ही मास्क मिला। एंबुलेंस में कार्यरत स्टाफ ने बताया कि उनसे आठ की बजाय 12 घंटे का काम करवाया जा रहा है। इसके साथ ही एम्बुलेंस में मेडिकल कर्टन नहीं लगे मिले। एम्बुलेंस के फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला। एम्बुलेंस की इंश्योरेंस पॉलिसी भी नहीं मिली।
नाम मात्र का मेडिकल एड फस्र्ट
टोल प्लाजे के पास ही बनी नई बिल्डिंग में एक कमरे के बाहर मेडिकल एड फस्र्ट लिखा मिला। लेकिन मेडिकल कर्टन तक नहीं मिले। बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट की भी पालना सही तरीके से नहीं हो रही थी।
टोल प्लाजे के पास ही बनी नई बिल्डिंग में एक कमरे के बाहर मेडिकल एड फस्र्ट लिखा मिला। लेकिन मेडिकल कर्टन तक नहीं मिले। बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट की भी पालना सही तरीके से नहीं हो रही थी।
टोल देकर गया
मैं सरकारी गाड़ी से ड्यूटी कर रहा था। एम्बुलेंस चेक करना हमारी ड्यूटी है। टोल देने की बात को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ। मैंने तो टोल दिया। टोल कर्मी झूठ बोल रहे हैं। एंबुलेंस में अनियमितताएं मिली है। इसमें सुधार के निर्देश दिए है।
– डॉक्टर आरपी मिश्रा
सीएमएचओ पाली
मैं सरकारी गाड़ी से ड्यूटी कर रहा था। एम्बुलेंस चेक करना हमारी ड्यूटी है। टोल देने की बात को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ। मैंने तो टोल दिया। टोल कर्मी झूठ बोल रहे हैं। एंबुलेंस में अनियमितताएं मिली है। इसमें सुधार के निर्देश दिए है।
– डॉक्टर आरपी मिश्रा
सीएमएचओ पाली