इतिहास में एमए कर चुकी गीता ने आइएएस, आरएएस और एसआइ की परीक्षा दी। गीता अपने पिता मोहनराम सियाग जो हाल ही में जल संसाधन विभाग में अधिशासी अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें आदर्श मानती है तो माता उमा को अपनी प्रेरणा। 2015 में एसआइ में चयन हो गया। 13 माह की जयपुर में ट्रेनिंग पूरी हुई तो पहली पोस्टिंग पाली जिले में मिली।
यहां प्रोबेशन अवधि पूरी करने के बाद सदर थाना, महिला थाना और सुमेरपुर थाने में अपनी कार्य पद्धति से छाप छोड़ी। बकौल गीता, जीवन में कुछ हटकर करने का मानस स्कूली दिनों में ही बना लिया था। कड़ी मेहनत कर एसआइ में सफलता हासिल की। जॉब से पहले ही नरेश सांगवान से शादी हो गई थी। दायित्व के निर्वहन में कोई दिक्कत नहीं हो, इसलिए दो साल की शिवी को भी अपनी मां के पास छोड़ रखा है।