दरअसल, जिले के आदिवासी बाली उपखंड के कोयलवाव क्षेत्र से कई युवा बाड़मेर में कमठे पर एक ठेकेदार के अधीन मजदूरी कर रहे थे। कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते ठेकेदार ने अपने-अपने घर जाने की जानकारी दी। वे दो दिनों से लगातार 2 सौ किमी दूरी तय कर जालोर जिले से पाली जिले के तखतगढ़ में प्रवेश किया। पैदल चलते मजदूर युवकों के बारे में जानकारी के बाद पालिका इओ काबा को खाने की व्यवस्था के लिए अवगत करवाया। इओ के निर्देश पर भोजन व्यवस्था के प्रभारी रतनलाल के सानिध्य में दस्ते में शामिल लोगों ने भूखे मजदूर युवकों को खाना खिलाया। इसी प्रकार फालना में इंटरलॉक सीसी सडक़ पर मजदूरी करने वाले 10 युवाओं को बाड़मेर के लिए खाना खिलाकर रवाना किया। समाजसेवी खीमाराम मेवाड़ा ने पानी की बोतले देकर रवाना किया।
इनका कहना है…
पत्रिका संवाददाता की सूचना पर भूखे मजदूर युवकों को खाना भिजवाया। खाना खिलाकर उनको रवाना किया गया। –नरेन्द्र काबा, इओ, नगरपालिका, तखतगढ़।
पत्रिका संवाददाता की सूचना पर भूखे मजदूर युवकों को खाना भिजवाया। खाना खिलाकर उनको रवाना किया गया। –नरेन्द्र काबा, इओ, नगरपालिका, तखतगढ़।