शहर के एक भवन में पांच सौ से ज्यादा उपकरण खुले में पड़े हैं। बारिश, सर्दी, गर्मी में खुले पड़े उपकरण अब कबाड़ की स्थिति में पहुंच गए हैं। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तत्वावधान में 28 फरवरी 2019 को बांगड़ महाविद्यालय के मैदान में सामाजिक अधिकारिता शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर में चिह्नित दिव्यांगों को विभिन्न उपकरण आवंटित किए थे।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत का कहना है कि इसमें जिला प्रशासन और स्थानीय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही रही है। उन्हें उपकरण दिव्यांगों तक पहुंचाने चाहिए थे। किसी भी दिव्यांग को खराब उपकरण नहीं दिया जाएगा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं मौजूदा सांसद पीपी चौधरी का कहना है कि उपकरण दिव्यांगों तक पहुंचे या नहीं, यह उनकी जानकारी में नहीं है। चौधरी का कहना है कि स्थानीय विभाग और जिला प्रशासन को उन्होंने पैसा दे दिया था। लाभार्थी तक उपकरण पहुंचाना उनकी जिम्मेदारी है।