scriptहाल-ए-आबकारी विभाग : सीएम के गृह संभाग में आबकारी की फौज का टोटा, शराब तस्करों से सामना मुश्किल | Vacant post in excise department of Jodhpur division | Patrika News

हाल-ए-आबकारी विभाग : सीएम के गृह संभाग में आबकारी की फौज का टोटा, शराब तस्करों से सामना मुश्किल

locationपालीPublished: Jul 15, 2019 04:21:02 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

-कई जगह आबकारी निरीक्षक भी नहीं, तस्करों पर कार्रवाई करना मुश्किल-जोधपुर जोन के सभी छह जिलों में सहायक आबकारी अधिकारियों के पद खाली

Vacant post in excise department of Jodhpur division

हाल-ए-आबकारी विभाग : सीएम के गृह संभाग में आबकारी की फौज का टोटा, शराब तस्करों से सामना मुश्किल

-चैनराज भाटी

पाली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले व जोधपुर संभाग में शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी द्वारा कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि जोधपुर जोन में आबकारी अधिकारियों के बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं, मुख्यालय से इनको भरने की कोई परवाह नहीं कर रहा है। जबकि आगामी निकाय चुनाव को देखते हुए जोधपुर संभाग में शराब तस्करी बढ़ सकती है।
छह जिलों का यह हाल
आबकारी विभाग के जोधपुर जोन में जोधपुर, पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर व जैसलमेर जिले आते हैं। इन सभी जिलों के सहायक आबकारी अधिकारी के पद खाली पड़े हैं। यह पद महत्वपूर्ण होता है। लेकिन इन छह जिलों में एक भी जगह पद पर अधिकारी नहीं है। यहीं हाल आबकारी निरीक्षकों के पदों का है। जोधपुर मुख्यालय पर जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, बिलाड़ा, पाली, जैतारण, बाड़मेर, सिरोही में आबकारी निरीक्षकों के पद खाली पड़े हैं।
काम प्रभावित होता है
आबकारी अधिकारियों के पद खाली होने के सम्बंध में आबकारी कमिश्नर उदयपुर सोमनाथ मिश्रा से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका। वहीं पाली जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम सुथार ने बताया कि पद खाली होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है, यह समस्या मुख्यालय बताई है, इसका निवारण मुख्यालय से ही संभव है।
चार निरीक्षक एपीओ, नए नहीं लगाए
आबकारी के जोधपुर शहर के आबकारी निरीक्षक शिवलाल चौधरी, बाबूलाल, पूजा, बिलाड़ा के आबकारी निरीक्षक उम्मेदाराम सियोल, पाली जिले के जैतारण के आबकारी निरीक्षक मदनलाल गुर्जर को गत दिनों शिकायतों के चलते एपीओ कर दिया गया। अब ये जगह खाली पड़ी है। इनकी जगह अन्य अधिकारी को नहीं लगाया गया है। पाली में सुमेरपुर व पाली ग्रामीण के आबकारी प्रवर्तन स्टेशन के पीओ के पद खाली पड़े हैं।
जोधपुर, पाली व बाड़मेर में हो चुकी हैं शराब दुखांतिकाएं
जोधपुर मुख्यालय, पाली व बाड़मेर जिले अवैध शराब व जहरीली शराब के मामले में संवेदनशील इलाके हैं। वर्ष 2011 में पाली व जोधपुर में शराब दुखांतिकाएं हुई थी, इसमें बीस लोगों की जान गई थी। इसी प्रकार बाड़मेर जिले में भी दो साल पहले शराब दुखांतिका हुई थी। इसके बावजूद यहां आबकारी अधिकारियों के इतनी संख्या में पद खाली होना गंभीर है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो