झाला की चौकी के एक सोशल मीडिया ग्रुप में इन दिनों मैसेज वायरल हो रहा है। जिसमें बिजली के बिल गांव की टेंट हाउस दुकान पर रखे होने की सूचना दे कर बिल इसी दुकान पर जाकर प्राप्त करने की हिदायत दी जा रही है। पत्रिका के पास ये पोस्ट सुरक्षित है। इस पोस्ट का ग्रुप के कुछ सदस्यों ने ओके का रिप्लाई भी दिया है। इस तरह के मैसेज अन्य गांवों के सोशल मीडिया ग्रुप में भी सम्बंधित बिल वितरकों द्वारा डाला जा रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदारो ने आंखें मूंद रखी हैं।
डिस्कॉम द्वारा बिल जारी करने के बाद उपभेाक्ताओं को उसे अदा करने के लिए सात से दस दिन का समय दिया जाता है। उपभोक्ताओं के पास समय पर बिल नहीं पहुंच पाने से उन्हें विलम्ब शुल्क के रूप में झटका लगता है। ये नुकसान बिल वितरक ठेकेदारों की मनमर्जी से होता आ रहा है।
हम इस पूरे मामले की जांच करेंगे। जिन गांवों में बिल उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचा दुकानों पर ही रखे जा रहे हैं वहां के ठेकेदार का भुगतान रोकने के साथ ही भुगतान में कटौती की जाएगी। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाएंगे। –एमके. मीणा, एक्सइएन, डिस्कॉम, जैतारण।