मृतका की ओर से लिखा गया यह सुसाइड नोट उसके मोबाइल से मिला है। सुसाइड नोट में उसने माता-पिता, भाई, ***** व भाणेज से माफी मांगते हुए यह भी लिखा है कि वह जीना चाहती है, लेकिन उसे अब जीने नहीं देंगे। ऐसे में वह सुसाइड कर रही है। वारदात के बाद जालोर एसपी केसरसिंह शेखावत ने सांचौर पुलिस थाने पहुंचकर स्थिति की समीक्षा की। वहीं सांचौर सीआई व महिला कांस्टेबल से पूछताछ की। वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर मृतका के परिजन भी शुक्रवार अल सवेरे सांचौर पुलिस थाने पहुंचे। जहां उन्होंने आरोपितों को तुरंत निलम्बित करने व मामले में कार्रवाई नहीं होने तक पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग पर अड़ गए। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने समझाइश का प्रयास भी किया, लेकिन वे नहीं माने।
यह लिखा था सुसाइड नोट में…
गीता की ओर से लिखा गया सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इसमें उसने बेहद भावुकतापूर्ण भाषा का प्रयोग किया था। उसने पुलिस थाने में प्रताडऩा की बात बताते हुए लिखा था कि वह जिंदगी जीना चाहती हैए लेकिन वे उसे जीने नहीं देंगे। उसने लिखा कि भाई, मां, पिताजी, इंदू, भगवती, सरला, प्रिय भानु, विष्णु, रोहित, इश्वर, मेरे सबसे प्यारी भांजी परीयांशु सबसे हाथ जोडकऱ क्षमा मांगती हूं। अब में नहीं जी सकती। मुझे फालतू में परेशान करते हैं। सांचौर थाने में बैठे थानाधिकारी व थाने में बैठने वाली महिला कांस्टेबल केलम से परेशान हूं। यह मुझे जीने नहीं देंगे। मां मुझे माफ करना। सॉरी पापा मुझे माफ करना। मैं जीना चाहती हूं, किंतु मुझे जीने नहीं देंगे।
गीता की ओर से लिखा गया सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इसमें उसने बेहद भावुकतापूर्ण भाषा का प्रयोग किया था। उसने पुलिस थाने में प्रताडऩा की बात बताते हुए लिखा था कि वह जिंदगी जीना चाहती हैए लेकिन वे उसे जीने नहीं देंगे। उसने लिखा कि भाई, मां, पिताजी, इंदू, भगवती, सरला, प्रिय भानु, विष्णु, रोहित, इश्वर, मेरे सबसे प्यारी भांजी परीयांशु सबसे हाथ जोडकऱ क्षमा मांगती हूं। अब में नहीं जी सकती। मुझे फालतू में परेशान करते हैं। सांचौर थाने में बैठे थानाधिकारी व थाने में बैठने वाली महिला कांस्टेबल केलम से परेशान हूं। यह मुझे जीने नहीं देंगे। मां मुझे माफ करना। सॉरी पापा मुझे माफ करना। मैं जीना चाहती हूं, किंतु मुझे जीने नहीं देंगे।
ट्रांसफर की लगाई थी गुहार
महिला कांस्टेबल गीता विश्नोई को पुलिस थाने में टॉर्चर किया जा रहा था। इसको लेकर उसने एसपी से भी मिलकर मामले में राहत दिलवाने व उसका ट्रांसफर अन्यत्र करने के लिए गुहार भी लगाई थी। इसके बावजूद उसकी समस्या को अनसुना कर दिया गया। वहीं एसपी से मिलने के बाद जब व सांचौर थाने पहुंची तो उसके बाद से उसे मानसिक रूप से और परेशान किया जाने लगा।
महिला कांस्टेबल गीता विश्नोई को पुलिस थाने में टॉर्चर किया जा रहा था। इसको लेकर उसने एसपी से भी मिलकर मामले में राहत दिलवाने व उसका ट्रांसफर अन्यत्र करने के लिए गुहार भी लगाई थी। इसके बावजूद उसकी समस्या को अनसुना कर दिया गया। वहीं एसपी से मिलने के बाद जब व सांचौर थाने पहुंची तो उसके बाद से उसे मानसिक रूप से और परेशान किया जाने लगा।
सवाल जो मांग रहे जवाब…
– मृतका ने मानसिक प्रताडऩा की शिकायत उच्चधिकारियों को की थी, फिर भी इसे ग भीरता से क्यों नहीं लिया?
– दिन को ड्यूटी खत्म होने से पूर्व थानाधिकारी व केलम के बीच रजिस्टर में अनुपस्थिति लगाने पर हुए विवाद की जानकारी एसपी या उच्चाधिकारियों की दी गई थी या नहीं?
– अगर दी थी तो क्या कार्रवाई हुई और अगर नहीं तो इसकी वजह क्या रही होगी?
– सांचौर थानाप्रभारी व कांस्टेबल केलम की ओर से गीता को परेशान करने का ऐसा क्या कारण रहा कि आखिरकार उसे जान देनी पड़ी।
– क्वार्टर में हुई इस घटना के दौरान आस-पास कौन थे?
– पुलिस थाने में इतने लंबे समय से चल रही खींचतान के मामले से क्या डीएसपी अनजान थे। अगर नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
– हादसे से पूर्व गीता ने किन-किन लोगों से क्या बात की? उसके मोबाइल में हुई रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखकर कार्रवाई में शामिल किया जाएगा या नहीं?
– सरकारी क्वार्टर में सुसाइड की सूचना किसने दी व हादसे के बाद मिले तथ्य और सबूत सुरक्षित हैं या नहीं?
– पुलिस थाने में महिला कांस्टेबलों की सुरक्षा को लेकर क्या इन्तजाम हैं? क्या गीता की तरह अन्य महिला पुलिसकर्मियों को तो मानसिक रूप से परेशान किया जाता है या नहीं?
– ड्यूटी के दौरान महिला पुलिस कर्मियों के कितने प्रकरण सांचौर थाने से एसपी के पास विचाराधीन हैं और सांचौर से कितनी महिला पुलिसकर्मियों ने स्थानांतरण को लेकर आवेदन कर रखे हैं?
– गीता के सुसाइड केस में आरोपी थानाप्रभारी व महिला पुलिसकर्मी के अलावा और कौन-कौन शामिल हैं?
– मृतका ने मानसिक प्रताडऩा की शिकायत उच्चधिकारियों को की थी, फिर भी इसे ग भीरता से क्यों नहीं लिया?
– दिन को ड्यूटी खत्म होने से पूर्व थानाधिकारी व केलम के बीच रजिस्टर में अनुपस्थिति लगाने पर हुए विवाद की जानकारी एसपी या उच्चाधिकारियों की दी गई थी या नहीं?
– अगर दी थी तो क्या कार्रवाई हुई और अगर नहीं तो इसकी वजह क्या रही होगी?
– सांचौर थानाप्रभारी व कांस्टेबल केलम की ओर से गीता को परेशान करने का ऐसा क्या कारण रहा कि आखिरकार उसे जान देनी पड़ी।
– क्वार्टर में हुई इस घटना के दौरान आस-पास कौन थे?
– पुलिस थाने में इतने लंबे समय से चल रही खींचतान के मामले से क्या डीएसपी अनजान थे। अगर नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
– हादसे से पूर्व गीता ने किन-किन लोगों से क्या बात की? उसके मोबाइल में हुई रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखकर कार्रवाई में शामिल किया जाएगा या नहीं?
– सरकारी क्वार्टर में सुसाइड की सूचना किसने दी व हादसे के बाद मिले तथ्य और सबूत सुरक्षित हैं या नहीं?
– पुलिस थाने में महिला कांस्टेबलों की सुरक्षा को लेकर क्या इन्तजाम हैं? क्या गीता की तरह अन्य महिला पुलिसकर्मियों को तो मानसिक रूप से परेशान किया जाता है या नहीं?
– ड्यूटी के दौरान महिला पुलिस कर्मियों के कितने प्रकरण सांचौर थाने से एसपी के पास विचाराधीन हैं और सांचौर से कितनी महिला पुलिसकर्मियों ने स्थानांतरण को लेकर आवेदन कर रखे हैं?
– गीता के सुसाइड केस में आरोपी थानाप्रभारी व महिला पुलिसकर्मी के अलावा और कौन-कौन शामिल हैं?
– क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी? सामने आ रहा यह विवाद…
होली पर शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाने में कार्यरत पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, इस दौरान गीता को भी दिन की ड्यूटी दी गई थी। दिन की ड्यूटी खत्म होने के बाद जब गीता थाने पहुंची तो डीएसपी उज्ज्वल ने ड्यूटी को लेकर सवाल-जबाब किए। वहीं ड्यूटी से नदारद होने की बात को लेकर बहस हो गई। इस दौरान डीएसपी ने सीआई को बुलाकर गीता को नाइट ड्यूटी देने को कहा। जिस पर गीता अपना पक्ष रखते हुए पुलिस थाने के पीछे बने सरकारी क्र्वाटर में चली गई। जहां डीएसपी को कॉल करके फंदे पर झूल गई।
होली पर शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाने में कार्यरत पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, इस दौरान गीता को भी दिन की ड्यूटी दी गई थी। दिन की ड्यूटी खत्म होने के बाद जब गीता थाने पहुंची तो डीएसपी उज्ज्वल ने ड्यूटी को लेकर सवाल-जबाब किए। वहीं ड्यूटी से नदारद होने की बात को लेकर बहस हो गई। इस दौरान डीएसपी ने सीआई को बुलाकर गीता को नाइट ड्यूटी देने को कहा। जिस पर गीता अपना पक्ष रखते हुए पुलिस थाने के पीछे बने सरकारी क्र्वाटर में चली गई। जहां डीएसपी को कॉल करके फंदे पर झूल गई।
ड्यूटी की, फिर भी लगाई अनुपस्थिति
गौरतलब है कि महिला कांस्टेबल गीता बिश्नोई ने गुरुवार दिन को पुलिस थाने में ड्यूटी भी दी थी। इसके बावजूद उपस्थिति रजिस्टर में उसकी अनुपस्थिति लगा दी गई। जिससे वह परेशान हो गई। गीता इस तरह बार-बार परेशान करने से थक-हार चुकी थी। ऐसे में आखिरकार उसे मजबूरीवश मौत को गले लगाना पड़ा।
गौरतलब है कि महिला कांस्टेबल गीता बिश्नोई ने गुरुवार दिन को पुलिस थाने में ड्यूटी भी दी थी। इसके बावजूद उपस्थिति रजिस्टर में उसकी अनुपस्थिति लगा दी गई। जिससे वह परेशान हो गई। गीता इस तरह बार-बार परेशान करने से थक-हार चुकी थी। ऐसे में आखिरकार उसे मजबूरीवश मौत को गले लगाना पड़ा।
चार बार किया कॉल
मृतका बिश्नोई ने सुसाइड करने से पूर्व उसके फोन से डीएसपी ओपी उज्ज्वल को भी चार बार कॉल किए थे। थाने में ड्यूटी करने के बावजूद उसकी अनुपस्थित लगाने के मामले में शिकायत करने के लिए उसने ये कॉल किए होंगे। हालांकि अभी तक डीएसपी उज्ज्वल व मृतका के बीच क्या बात हुई इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
मृतका बिश्नोई ने सुसाइड करने से पूर्व उसके फोन से डीएसपी ओपी उज्ज्वल को भी चार बार कॉल किए थे। थाने में ड्यूटी करने के बावजूद उसकी अनुपस्थित लगाने के मामले में शिकायत करने के लिए उसने ये कॉल किए होंगे। हालांकि अभी तक डीएसपी उज्ज्वल व मृतका के बीच क्या बात हुई इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
डीएसपी व थानाप्रभारी पर शारीरिक संबंध के लिए दबाव बनाने का आरोप
मृतका के भाई रामनिवास ने रिपोर्ट दी है, जिसमें सांचौर डीएसपी ओमप्रकाश उज्ज्वलए थानाप्रभारी पुष्पेन्द्र वर्माए हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश व महिला कांस्टेबल केलम बिश्नोई के साथ मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव देने व मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मृतका के परिजनों से समझाइश का प्रयास किया। इस दौरान वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे व मृतका के परिजनों से मिलकर निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
मृतका के भाई रामनिवास ने रिपोर्ट दी है, जिसमें सांचौर डीएसपी ओमप्रकाश उज्ज्वलए थानाप्रभारी पुष्पेन्द्र वर्माए हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश व महिला कांस्टेबल केलम बिश्नोई के साथ मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव देने व मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मृतका के परिजनों से समझाइश का प्रयास किया। इस दौरान वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे व मृतका के परिजनों से मिलकर निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
ग्रामीणों से कर रहे समझाइश
ग्रामीणों से शव उठाने की समझाइश की थीए लेकिन वे डिप्टी व सीआइ के निलम्बन की मांग कर रहे हैं जो मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग से अनुमति के बाद ही कार्रवाई संभव है। हमने उच्चाधिकारियों को लिख दिया है। ग्रामीणों की मांग पर मामले की जांच सीबी-सीआइडी से करवाने को विभाग तैयार है। – केशरसिंह शेखावतए एसपी, जालोर
ग्रामीणों से शव उठाने की समझाइश की थीए लेकिन वे डिप्टी व सीआइ के निलम्बन की मांग कर रहे हैं जो मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग से अनुमति के बाद ही कार्रवाई संभव है। हमने उच्चाधिकारियों को लिख दिया है। ग्रामीणों की मांग पर मामले की जांच सीबी-सीआइडी से करवाने को विभाग तैयार है। – केशरसिंह शेखावतए एसपी, जालोर
-महिला कांस्टेबल के सुसाइड केस में सांचौर सीआइ पुष्पेन्द्र वर्मा को लाइन में भेजा गया है। डीएसपी पर लगे आरोपों को लेकर अभी जांच प्रक्रियाधीन है। जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। – बींजाराम मीणा, एएसपी, जालोर
– मामले को लेकर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। मेरे पास सारे सवालों के जबाब हैं। उचित समय आने पर मेरा पक्ष रख दूंगा। – ओपी उज्ज्वल, डीएसपी, सांचौर