scriptVIDEO : अरावली की वादियों से बही जलधारा, अब यहां के बांध भी लगे हैं मुस्कुराने, जानिए बांधों का हालात | Water came in Jawai dam after the rain in Pali district | Patrika News

VIDEO : अरावली की वादियों से बही जलधारा, अब यहां के बांध भी लगे हैं मुस्कुराने, जानिए बांधों का हालात

locationपालीPublished: Aug 10, 2019 04:06:14 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

-जवाई बांध में 19.15 फीट तक पानी की आवक
Rain Water came in Jawai dam : -सेई बांध में 3.65 मीटर पानी की आवक

Water came in Jawai dam after the rain in Pali district

VIDEO : अरावली की वादियों से बही जलधारा, अब यहां के बांध भी लगे हैं मुस्कुराने, जानिए बांधों का हालात

पाली/सुमेरपुर। Rain Water came in jawai dam : पाली शहर में भले ही मेघ नहीं बरसे, लेकिन अरावली की वादियों में ऐसे बरसे कि पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े मरुसागर में नाणा-बेड़ा नदी से पानी की आवक शुरू हो गई। यहां हुई बरसात के कारण जवाई बांध का गेज तेजी से बढ़ा। जो गुरुवार रात तक 8.80 फीट था। वह रात 11 बजे तक 18.65 फीट हो गया। शनिवार सुबह फिर आवक धीमी होने से दोपहर 2 बजे तक बांध का गेज 19.15 रह गया। इधर, इसके सहायक बांध का गेज भी बढकऱ 3.65 मीटर पर पहुंच गया है। सेई बांध के गेट शुक्रवार दोपहर को ही खोल दिए गए थे।
हेमावास बांध 15.80 फीट पार
हेमावास बांध से पाली के साथ रोहट व सोजत भी पानी दिया जा रहा है। नहर चलने के कारण शुक्रवार को बांध का गेज 15.30 से गिरकर 15.20 हो गया था। इसके बाद शाम पांच बजे नदी पहुंची तो मंथर गति से पानी का गेज बढ़ाना शुरू हुआ। पानी निकासी के बावजूद शनिवार दोपहर 2 बजे तक बांध का गेज 15.80 फीट पर रहा।
सेई के खोले गेट 
सेई बांध का गेज शनिवार दोपहर में 3.65 मीटर से ऊपर हो गया है। इस बांध के गेट शुक्रवार दोपहर को खोले दिए गए थे। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता गणपत देवासी ने बताया कि जिस समय गेट खोले गए, उस समय सेई में 511.06 एमसीएफटी पानी था। जल संसाधन विभाग के अनुसार उसमें से 200 से 250 एमसीएफटी पानी जवाई में डायवर्ट किया जा सकता है।
इस साल तो वाटर ट्रेन अब नहीं आएगी
महाजलसंकट के समय 25 जुलाई को जोधपुर से 30 वैगन की वाटर ट्रेन से 15 लाख लीटर पानी मंगवाना शुरू किया गया था। इससे पहलीे बरसात होने पर जब जवाई में 8.80 फीट पानी था तो हम 30 सितम्बर तक ट्रेन नहीं चलाने को लेकर निश्चित थे, लेकिन अब गेज के 19.15 से ऊपर जाने के कारण हम जनवरी तक के लिए सेफ है। इसमें बात इतनी जरूर रहेगी कि पानी 96 घंटे के अंतराल से ही दिया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो