हेमावास बांध से पाली के साथ रोहट व सोजत भी पानी दिया जा रहा है। नहर चलने के कारण शुक्रवार को बांध का गेज 15.30 से गिरकर 15.20 हो गया था। इसके बाद शाम पांच बजे नदी पहुंची तो मंथर गति से पानी का गेज बढ़ाना शुरू हुआ। पानी निकासी के बावजूद शनिवार दोपहर 2 बजे तक बांध का गेज 15.80 फीट पर रहा।
सेई बांध का गेज शनिवार दोपहर में 3.65 मीटर से ऊपर हो गया है। इस बांध के गेट शुक्रवार दोपहर को खोले दिए गए थे। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता गणपत देवासी ने बताया कि जिस समय गेट खोले गए, उस समय सेई में 511.06 एमसीएफटी पानी था। जल संसाधन विभाग के अनुसार उसमें से 200 से 250 एमसीएफटी पानी जवाई में डायवर्ट किया जा सकता है।
महाजलसंकट के समय 25 जुलाई को जोधपुर से 30 वैगन की वाटर ट्रेन से 15 लाख लीटर पानी मंगवाना शुरू किया गया था। इससे पहलीे बरसात होने पर जब जवाई में 8.80 फीट पानी था तो हम 30 सितम्बर तक ट्रेन नहीं चलाने को लेकर निश्चित थे, लेकिन अब गेज के 19.15 से ऊपर जाने के कारण हम जनवरी तक के लिए सेफ है। इसमें बात इतनी जरूर रहेगी कि पानी 96 घंटे के अंतराल से ही दिया जाएगा।