हम बात कर रहे हैं जिले के बाली उपखण्ड के मोरी गांव की। यहां गठित स्वामी विवेकानंन्द ग्राम्यांचल विकास संस्था की ओर से पेयजल की व्यवस्था की जाती है। पेयजल व्यवस्था के लिए बनी 13 सदस्यों की कमेटी में आठ महिला सदस्य हैं। गांव में 271 जल कनेक्शन दिए गए हैं। ये सभी कनेक्शन महिलाओं के नाम हैं। प्रति कनेक्शन पांच सौ रुपए शुल्क लिया जाता है। इसका हिसाब-किताब कमेटी द्वारा ही किया जाता है।
इस प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य विकास एवं प्रबंधन व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। दूसरा इसका उद्देश्य जल के उचित प्रबंधन का भी है। गांव में पेयजल व्यवस्था के लिए एक कार्यालय भी खोल रखा है। पेयजल व्यवस्था में कोई शिकायत होने पर शिकायत दर्ज करवाई जाती है। नियुक्त कर्मचारी द्वारा इसका निराकरण भी किया जाता है।
13 पदाधिकारियों में से आठ सदस्य महिलाएं
कमेटी में अध्यक्ष भैरूसिंह राणावत, उपाध्यक्ष मांगूसिंह देवड़ा, सचिव भवानी सिंह परमार, कोषाध्यक्ष हीरसिंह पुरोहित, सदस्य स्वरूपसिंह राणावत, महिला सदस्य पवनकुंवर पुरोहित, हवाकुंवर, मोवन कंवर चौहान, चौथी देवासी, भंवरी देवी परिहार, हंजादेवी मेघवाल, सोथीदेवी देवासी, सीता मीणा, भैरूसिंह सहित कमेटी के सदस्य के रूप में शामिल है।