पाली शहर में 24 घंटे जलापूर्ति शुरू होने पर जिम्मा आरयूआइडीपी संभाल लेगा। जलदाय विभाग के पास पाली शहर में कोई काम नहीं रहेगा। ऐसे में विभाग ने अब रोहट क्षेत्र की तरफ ध्यान देना शुरू किया है, जहां पानी के लिए हर गर्मी में त्राहि-त्राहि मचती है। मवेशी पानी के अभाव में मर जाते हैं।
जलदाय विभाग के अधिकारियों की माने तो रोहट क्षेत्र के सभी 80 गांवों में पाइप लाइन जीएलआर भरने के लिए डिजाइन कर लगाई गई है। इसके बावजूद अधिकांश गांवों में लोगों ने अवैध कनेक्शन कर दिए है। स्थिति यह है कि जल संकट के इस काल में पिछले डेढ़ माह में ही जलदाय विभाग की ओर से 150 अवैध कनेक्शन काटे गए है। इन अवैध कनेक्शन के कारण ही गांवों के जीएलआर तक पानी नहीं पहुंचता है। जिससे कई लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ता है।
रोहट क्षेत्र में अभी जलदाय विभाग की ओर से रोजाना 5.5 केएलडी पानी दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने के बाद इस पानी की मात्रा में थोड़ी वृद्धि हो सकती है। पानी की मात्रा करीब 0.5 केएलडी बढकऱ 6 केएलडी तक जाएगी। इतने पानी से जवाई पर भी कोई अधिक बोझ नहीं आएगा।
रोहट क्षेत्र के गांवों में अभी जीएलआर तक पानी पहुंचाने के साथ ही अधिक किल्लत होने के कारण 30 टैंकरों से जलापूर्ति करवाई जा रही है। इससे प्रति व्यक्ति 30 लीटर पानी रोजाना दिया जा रहा है। पाइप लाइन बिछने पर पानी की मात्रा 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन हो जाएगी।
जन जीवन मिशन के तहत रोहट के 100 से अधिक आबादी वाले गांवों में घर-घर जल कनेक्शन देने की कवायद शुरू की है। कुछ गांवों का सर्वे भी करवाया है। इस योजना में सभी अवैध कनेक्शन को भी रेग्यूलर कर देंगे। –योगेन्द्रसिंह, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग, पाली