सिंचाई विभाग के अनुसार पाली में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक 43 एमएम (करीब 1.79 इंच) बरसात हुई, जो जिले में सबसे अधिक रही। वहीं बाली में 25 एमएम, रोहट में 4 एमएम, सुमेरपुर में 7 एमएम और रानी में 16 एमएम बरसात दर्ज की गई। इसके बाद बरसात का दौर कुछ देर के लिए थमा, लेकिन शाम सवा छह बजे बाद फिर आसमान में काले बादल छाएं और अंधेरा छा गया। इसके बाद शुरू हुआ झमाझम बरसात का दौर करीब डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चलता रहा। इस दौरान 2 इंच पानी (47 एमएम) बरसा। शहर में देर शाम तक 90 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके बाद भी बूंदाबांदी का दौर थमा नहीं।
किसानों के चेहरों पर आई खुशी
जिले में बुवाई कर चुके किसानों के माथे पर बरसात नहीं आने के कारण सुबह तक चिंता उभरी हुई थी। उनको दोपहर में झमाझम बरसात होने पर थोड़ी राहत मिली है। बरसात नहीं होने से पहले जिले में 98 हजार हेक्टेयर से अधिक की फसल सूखने व खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। उस फसल के लिए यह बरसात वरदान साबित होगी।
जिले में बुवाई कर चुके किसानों के माथे पर बरसात नहीं आने के कारण सुबह तक चिंता उभरी हुई थी। उनको दोपहर में झमाझम बरसात होने पर थोड़ी राहत मिली है। बरसात नहीं होने से पहले जिले में 98 हजार हेक्टेयर से अधिक की फसल सूखने व खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। उस फसल के लिए यह बरसात वरदान साबित होगी।
शहर में कई जगह भरा पानी
बरसात के कारण शहर में कई जगह पर पानी का जमाव हो गया। शहर के आदर्श नगर, जालोरी दरवाजा, रामदेव रोड, अण्डर पास, मण्डिया रोड, कालूजी की बगेची आदि इलाकों में पानी का भराव होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों के घरों में भी पानी घुस गया।
बरसात के कारण शहर में कई जगह पर पानी का जमाव हो गया। शहर के आदर्श नगर, जालोरी दरवाजा, रामदेव रोड, अण्डर पास, मण्डिया रोड, कालूजी की बगेची आदि इलाकों में पानी का भराव होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों के घरों में भी पानी घुस गया।