scriptयहां बुवाई कर रहे किसानों के अरमानों पर फिरा पानी | Water leakage from Bajrawala Dam in Sadri area of Pali district | Patrika News

यहां बुवाई कर रहे किसानों के अरमानों पर फिरा पानी

locationपालीPublished: Dec 07, 2019 02:18:47 pm

Submitted by:

Suresh Hemnani

– किसान कुएं मालिकों से मुंह मांगे दाम मेें खरीद रहे हैं पानी
Water leakage from Bajrawala Dam : – नगरपालिका कर रही हैं बाजरावाला बांध की देखरेख

यहां बुवाई कर रहे किसानों के अरमानों पर फिरा पानी

यहां बुवाई कर रहे किसानों के अरमानों पर फिरा पानी

पाली/सादड़ी। मानसून पूर्व मोरीवॉल गेट की ऑयल ग्रीसिंग, मरम्मत व रखरखाव नहीं होने से जिले के सादड़ी नगर पालिका क्षेत्र का बाजरावाला बान्ध दगा दे गया है। इसके मोरीवॉल गेट में खराबी से गेट खुल नहीं पा रहा है। ऐसी परिस्थितियों में किसानों को सिंचाई पानी सुलभ नहीं हो रहा है। खेतों की जुताई खड़ाई कर सिंचाई को तैयार किसान बुवाई में पिछड़ रहे हैं। ऐसे में मजबूरन किसान आस-पास के कुएं मालिकों से मुंहमागे दाम पर पानी खरीद कर खेतों में बुवाई कर रहे है। लबालब बाजरा वाला बान्ध का पानी खस्ताहाल ओवरफ्लो दीवार से रिसाव होकर व्यर्थ बह रहा है। पालिका अब तक गेट को दुरुस्त करने में कोई रुचि नहीं दिखा रही है।
पालिका क्षेत्र की खूणीबावडी व जाटों की डोरण क्षेत्र के किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए खूणीबावड़ी स्थित बाजरा वाला बान्ध का निर्माण पूर्व आयुर्वेद राज्यमन्त्री अचलाराम मेघवाल ने 1980-82 में करवाया। साढ़े 15 फीट जलभराव क्षमता वाले बान्ध से करीब 400-500 बीघा सिंचित कृषि भूमि में दो पाण पानी सुलभ होता है। बान्ध संरक्षण, देखरेख मरम्मत व जल वितरण करना पालिका के जिम्मे है। नतीजन बान्ध का विकास अवरुद्ध होकर रह गया नहर माइनर आऊटलेट व खालियां खस्ताहाल पड़े हैं। बान्ध का क्षतिग्रस्त ओवरफ्लो दीवार से पानी के फव्वारे छूट रहे हैं। पूरे बान्ध की कच्ची-पक्की दीवार पर अंग्रेजी बबूल व सघन झाडिय़ों जमी हुई हैं। जिनमें कई प्रजाति के घातक व मांसाहारी वन्यजीव रहवास बनाए हुए हैं।
क्षेत्र में इस बार सुखद बारिश से सभी बान्ध संग यह भी मानसून के दौरान लबालब हो गया। जिसकी मानसून पूर्व आयल ग्रीसिंग, मरम्मत व देख-रेख अभाव में इनदिनों खस्ताहाल ओवरफ्लो दीवार, मोरीवॉल गेट से रिसाव होकर पानी व्यर्थ बह रहा है। सिंचाई के लिए कार्मिक गेट खोलने गए तो वॉल स्लिप हो गया। इसके बाद आज तक नहर नहीं खुल पाई। खेतों में खरीफ की फसल समेटकर किसान रबी की बुवाई को लेकर सिंचाई के पानी का इन्तजार कर रहे हैं। कई किसान तो मोरीवॉल गेट नहीं खुलने से हताश होकर आस-पास के कुएं से मुंह मांगे दाम में पानी खरीद रहे हैं। सीपेज व रिसाव के कारण गेज में करीब एक फीट पानी व्यर्थ बह गया है।
प्रयास करते हैं
बाजरावाला बान्ध से किसानों को सिंचाई का पानी सुलभ कराने के प्रयास में नहर मरम्मत करवाई, मोरी वॉल गेट दुरुस्त करवाया। वॉल खोलने के दौरान स्लिप हो गया। जलदबाव के कारण गेट खुल नहीं पा रहा है। हमें भी दुख है कि पानी व्यर्थ बह जाएगा। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर कोई प्रयास करवाते हैं। –दिनेशकुमार मीणा, पालिकाध्यक्ष, नगरपालिका, सादड़ी
निर्देश दिए हैं
पालिका के संरक्षण वाले बाजरावाला बान्ध से किसानों को सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। किसानों को सिंचाई का पानी सुलभ हो जाए इसके प्रयास किए जाएंगे। –राजलक्ष्मी गहलोत, एसडीएम, देसूरी
महंगे दामों में पानी खरीद रहे हैं
मोरीवॉल का गेट स्लिप हो गया। इससे सिंचाई का पानी सुलभ नहीं रहा है। खेतों में जुताई-खड़ाई करवाकर तैयार कर दिए। जेसीबी से खालियां निर्माण करवाया। बान्ध से सिंचाई की उम्मीद में महंगे दाम पर बीज खरीद कर लिया लेकिन मोरीवाल गेट स्लिप होने से उम्मीदों पर पानी फिर गया है। हमें महंगे दाम पर पानी खरीद करना पड रहा है। कई खेत सिंचाई के अभाव में खडाई किए पडे हैं। –शंकरलाल भाटी, पूर्व पालिकाध्यक्ष व कमाण्ड किसान, बाजरवाला बान्ध, सादड़ी
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