किसानों को तीन पाण देंगे पानी इस बार हेमावास बांध पूरी तरह से भरा हुआ है। किसानों को सिंचाई के लिए तीन पाण पानी दिया जाएगा। बांध के कमांड क्षेत्र के किसानों के लिए तो बांध का पानी दिपावली पर्व पर खुशियां लेकर आएगा। दूसरी तहर दर्जनों किसानों के लिए यह पानी बर्बादी का कारण बनेगा।
फैक्ट फाइल
फैक्ट फाइल
1. हेमावास बांध की क्षमता 28 फीट 2. 8 हजार 704 हैक्टयर भूमि में सिंचाई होगी
3. बांध के कमांड क्षेत्र में 6 हजार किसान है 4. बांध से 1600 एमसीएफटी पानी सिंचाई के लिए दिया जाएगा।
3. बांध के कमांड क्षेत्र में 6 हजार किसान है 4. बांध से 1600 एमसीएफटी पानी सिंचाई के लिए दिया जाएगा।
इन गांवों में होती है सिंचाई जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मंडली, मंडिया गांव, गिरादड़ा की ढाणी, गिरादड़ा रुपावास, मुलियावास, कांदरा व गुड़लाई गांव में सिंचाई होती है।
फसल बुवाई भी नहीं कर पाते है
नहर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पानी का सीपेज होने के कारण किसान फसल की बुवाई भी नहीं कर पाता है। नहर के आसपास के खेतों के लिए नहर वरदान के जगह परेशानी का सबब बन गई है
नरपतसिंह कुम्पावत गिरादड़ा
नरपतसिंह कुम्पावत गिरादड़ा
पानी परेशानी बन जाता है
कैनाल में पानी छोडऩे पर आसपास के किसानों के खेतों में पानी ीार जाता है। किसान खेत में जा भी नहीं पाता है। विभागीय अधिकारी सुनवाई नहीं करते है। चुन्नीलाल पटेल रुपावास
खेत दल दल में तब्दील हो जाते है
कैनाल में पानी छोडऩे पर आसपास के किसानों के खेतों में पानी ीार जाता है। किसान खेत में जा भी नहीं पाता है। विभागीय अधिकारी सुनवाई नहीं करते है। चुन्नीलाल पटेल रुपावास
खेत दल दल में तब्दील हो जाते है
कैनाल में पानी छोडऩे पर आसपास के खेत दलदल में बदल जाते है। किसान फसल बुवाई तो दूर खेत में घुस भी नहीं पाता है। किसानों के लिए बांध का पानी से कोई फायदा नहीं होता है।
सूजाराम सीरवी गिरादड़ा
सूजाराम सीरवी गिरादड़ा