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साहित्य को लेकर किसने क्या कहां…पढ़े पूरी खबर

locationपालीPublished: Oct 31, 2021 07:11:35 pm

Submitted by:

Rajeev

साहित्य का सामथ्र्य भविष्य का भारत विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी

साहित्य को लेकर किसने क्या कहां...पढ़े पूरी खबर

साहित्य को लेकर किसने क्या कहां…पढ़े पूरी खबर

पाली. अखिल भारतीय साहित्य परिषद पाली विभाग की ओर से रविवार को साहित्य का सामथ्र्य भविष्य का भारत विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विभाग संयोजक पवन पाण्डेय ने बताया कि संगोष्ठी का शुभारंभ कवयित्री तृप्ति पाण्डेय ने किया। मुख्य वक्ता इग्नू दिल्ली के प्रो. व परिषद् के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र मिश्र ने कहा समाज को दिशा देने का सामथ्र्य साहित्य के पास है। जब जब राजनीति लडखड़़ाती है साहित्य ही उसे सहारा देता है। साहित्यकार एडवोकेट अशोक अरोड़ा ने कहा कि साहित्य मनुष्य के साथ मनुष्य का, अतीत के साथ वर्तमान का, दूर से निकट का मिलन बताता है।
मुख्य अतिथि इग्नू जोधपुर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अजय वर्धन आचार्य ने कहा भाषाओं को हमें आगे बढ़ाना होगा। क्षेत्रीय भाषा को बढ़ावा देना होग। विशिष्ट वक्ता किंग सऊद विश्वविद्यालय रियाद सऊदी अरब के प्रो. परज शुक्ल ने कहा जब मैं भविष्य के भारत के बारे मे कल्पना करता हूं तो पाता हूं कि हमें बहुत तैयारी की आवश्यकता है, क्योंकि जिस पीढ़ी का निर्माण हम कर रहे हैं। भविष्य के भारत क लिए वह तो कथित कल-पुर्जे की तरह सोचने व व्यवहार करने वाली बन रही है।
अध्यक्षता करते हुए परिषद् के जोधपुर विभाग संयोजक डॉ. हरिसिंह राजपुरोहित ने कहा कि समाज निर्माण में साहित्य व साहित्यकारों की विशेष भूमिका है। संचालन करते हुए डॉ. शिवराज भारती ने कहा साहित्यकार को कुछ नहीं चाहिए, वह सदैव सम्मान के साथ लिखना चाहता है। आभार साहित्यकार विजयसिंह माली ने प्रकट किया। संगोष्ठी में प्रांत मंत्री कर्णसिंह बेनीवाल, डॉ. प्रेमप्रकाश पारीक, गोरखपुर विश्व विद्यालय की डॉ. दमयंती तिवारी, भोपाल के डॉ. राजेश कुमार दुबे, बीकानेर से विभा पारिक, भारतीय शिक्षण मंडल के प्रो. रमन दवे, डॉ. कामिनी ओझा, लालाराम प्रजापतए ने संबोधित किया।
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