थानाधिकारी प्रेमाराम विश्नोई के अनुसार ब्यावर के शाहपुरा बाडिय़ा निवासी विनोद कंवर (50) पत्नी उदयसिंह रावत अपने भाई शंभुसिंह रावत के राखी बांधने पिपलिया कलां आईं। साथ में भांजी कोमल (20) पुत्री हुकमसिंह रावत भी थी। पिपलिया फैक्ट्री में काम कर रहे भाई की कलाई पर राखी बांध दोनों वापस ब्यावर के लिए रवाना हो गई। रास्ते में सेंदड़ा बाइपास ब्रिज के पास पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे बेकाबू ट्रोलर ने स्कूटी को चपेट में ले लिया। ट्रोलर स्कूटी के साथ विनोद व कोमल को कुचलता हुआ निकल गया। जिससे दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। शंभूसिंह रावत के सगी बहन नहीं होने के कारण चचेरी बहन विनोद ही राखी बांधती थी।
शवों की चिथड़े देख पुलिस के रोंगटे खड़े हो गए
हादसे की सूचना मिलते ही थानाधिकारी विश्नोई मौके पर पहुंचे। ट्रोलर को जब्त कर लिया। जबकि हादसे के बाद चालक फरार हो गया था। पुलिस ने शत विक्षत शवों को कपड़े में लपेट बर पीएचसी पहुंचाया। यहां परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम कराया गया। शव इस कदर बिखरे हुए मिले कि पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए। गमगीन माहौल में शव ब्यावर के लिए रवाना किए गए।