कम सुनती थी महिला
जानकारी के अनुसार वृद्धा कानों से कम सुनती थी। वर्तमान मे रेलवे ट्रेक विद्युतीकरण होने के कारण ट्रेनों की गति दुगुनी हो गई है। वृद्धा को ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी और चपेट में आ गई।
जानकारी के अनुसार वृद्धा कानों से कम सुनती थी। वर्तमान मे रेलवे ट्रेक विद्युतीकरण होने के कारण ट्रेनों की गति दुगुनी हो गई है। वृद्धा को ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी और चपेट में आ गई।
परिजनो का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
वृद्धा के ट्रेन की चपेट मे आने की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे, तथा मृतका के बिखरे हुए शव को देखकर सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है, हर कोई उन्हे सांत्वना देता हुआ नजर आ रहा था।
वृद्धा के ट्रेन की चपेट मे आने की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे, तथा मृतका के बिखरे हुए शव को देखकर सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है, हर कोई उन्हे सांत्वना देता हुआ नजर आ रहा था।
आए दिन होते है हादसे
कस्बे से निकली हुई चार ट्रेक, जिसमें से दो रेलवे व दो डीएफसीसी के ट्रेक है। विद्युतीकरण के बाद इन सभी ट्रेक पर ट्रेन का तीव्र गति से आवागमन होता है। कस्बे के बीचों बीच से निकले इन ट्रेक की वजह से एक तरफ से दूसरी तरफ आने जाने वाले लोगो के लिए सम्बंधित विभागों द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। फुट ऑवरब्रिज के अभाव में लोग जान जोखिम मे डाल कर जानलेवा पटररियां पा करते है। ऐसे मे इन पटरियों को पार करते हुए कई बार हादसे हुए है तथा कई लोगों की जान जा चुकी है।
कस्बे से निकली हुई चार ट्रेक, जिसमें से दो रेलवे व दो डीएफसीसी के ट्रेक है। विद्युतीकरण के बाद इन सभी ट्रेक पर ट्रेन का तीव्र गति से आवागमन होता है। कस्बे के बीचों बीच से निकले इन ट्रेक की वजह से एक तरफ से दूसरी तरफ आने जाने वाले लोगो के लिए सम्बंधित विभागों द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है। फुट ऑवरब्रिज के अभाव में लोग जान जोखिम मे डाल कर जानलेवा पटररियां पा करते है। ऐसे मे इन पटरियों को पार करते हुए कई बार हादसे हुए है तथा कई लोगों की जान जा चुकी है।