पुनायता औद्योगिक क्षेत्र के पास विकास नगर में एक छोटे से मकान में रहने वाली बिन्दु के पति राजमोहन यादव जोधपुर की एक फैक्ट्री के प्रिन्टिंग डिजाइन का कार्य करते हैं। उन्होंने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कुछ समय पहले ऑटो किश्तों पर लिया। उसे चलाने के लिए एक चालक रखा, लेकिन वह छोडकऱ चला गया। इस पर उनकी पत्नी बिन्दु ने ऑटो चलाने की ठानी और कुछ दिन तक घर पास ही गली में और रामलीला मैदान में जाकर ऑटो चलाने का अभ्यास किया। इसके बाद अब वे करीब दो माह से शहर की सडक़ों पर ऑटो दौड़ा रही है।
तीन बच्चे पढ़ते निजी स्कूल में
बिन्दु की सबसे बड़ी बेटी पूजा बालिया स्कूल में कक्षा बारहवीं की छात्रा है। उससे छोटी बहन कुमकुम सातवीं व चांदनी एक निजी स्कूल में कक्षा छह में पढ़ती है। सबसे छोटा भाई कृष्णा भी निजी स्कूल में ही कक्षा 4 में अध्ययन कर रहा है। उनकी बड़ी बेटी पूजा का कहना है कि मम्मी दसवीं तक पढ़ी है और उन्हें दोपहिया वाहन चलाना आता था। इस कारण उन्होंने ऑटो की किश्त चुकाने के लिए चालक के जाने के बाद खुद ही ऑटो चलाने का निर्णय किया।
बिन्दु की सबसे बड़ी बेटी पूजा बालिया स्कूल में कक्षा बारहवीं की छात्रा है। उससे छोटी बहन कुमकुम सातवीं व चांदनी एक निजी स्कूल में कक्षा छह में पढ़ती है। सबसे छोटा भाई कृष्णा भी निजी स्कूल में ही कक्षा 4 में अध्ययन कर रहा है। उनकी बड़ी बेटी पूजा का कहना है कि मम्मी दसवीं तक पढ़ी है और उन्हें दोपहिया वाहन चलाना आता था। इस कारण उन्होंने ऑटो की किश्त चुकाने के लिए चालक के जाने के बाद खुद ही ऑटो चलाने का निर्णय किया।
सुबह चार बजे निकलती है घर से
बिन्दु की दिनचर्या सुबह चार बजे ही शुरू हो जाती है। वह सबसे पहले पाली की सब्जी मण्डी जाती है। वहां से सब्जियों को पहुंचाने का कार्य करती है। इसके बाद पूरे दिन कभी बस स्टैण्ड से तो कभी रेलवे स्टेशन से सवारियों को बैठाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। वे शाम को करीब सात बजे घर पहुंचती है। उनकी बेटियों से बात करने पर उनका कहना था मां पूरे दिन कड़ी मेहनत करती है। इस कारण उनको मां पर गर्व है।
बिन्दु की दिनचर्या सुबह चार बजे ही शुरू हो जाती है। वह सबसे पहले पाली की सब्जी मण्डी जाती है। वहां से सब्जियों को पहुंचाने का कार्य करती है। इसके बाद पूरे दिन कभी बस स्टैण्ड से तो कभी रेलवे स्टेशन से सवारियों को बैठाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। वे शाम को करीब सात बजे घर पहुंचती है। उनकी बेटियों से बात करने पर उनका कहना था मां पूरे दिन कड़ी मेहनत करती है। इस कारण उनको मां पर गर्व है।