महिलाएं गुरुवार को पूरे दिन निराहार रहकर पति के लम्बी उम्र और खुशहाली की कामना करेंगी। इसके बाद शाम को सोलह शृंगार कर घर पर या पड़ौस की सखियों के साथ निम्बड़ी का पूजन करेंगी। मंगल गीत गाकर खुशी का इजहार करेंगी। इसके बाद महिलाएं चांद दिखने पर आक के पत्ते पर सत्तूृ व फल रखेंगी और उसका प्रभु को भोग चढ़ाकर उपवास खोलेंगी। कई महिलाएं तीज का उद्यापन भी करेंगी।
नवविवाहितों के घर भेजी सामग्री
जिन युवतियों का विवाह इस वर्ष या पिछली तीज के बाद हुआ है। उनके लिए पीहर से तीज भेजी गई। इसमें बेटी के लिए मां की ओर से आभूषण, वस्त्र, सत्तू के साथ अन्य सामग्री भेजी। वहीं कई लोग तीज के दिन ही यह सामग्री लेकर नवविवाहित बेटी के घर जाएंगे।
जिन युवतियों का विवाह इस वर्ष या पिछली तीज के बाद हुआ है। उनके लिए पीहर से तीज भेजी गई। इसमें बेटी के लिए मां की ओर से आभूषण, वस्त्र, सत्तू के साथ अन्य सामग्री भेजी। वहीं कई लोग तीज के दिन ही यह सामग्री लेकर नवविवाहित बेटी के घर जाएंगे।
पत्नी के लिए खरीदे उपहार
तीज के दिन महिलाएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहती है। इस कारण पतियों ने भी अपनी प्रियसी के लिए साड़ी, वेश व आभूषण के साथ अन्य उपहार खरीदे है। कई पतियों ने यह उपहार दुकानदार के पास ही या अपने परिचितों के यहां रखवाएं है। जिससे वे गुरुवार को सरप्राइज के रूप में पत्नी को देंगे।
तीज के दिन महिलाएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहती है। इस कारण पतियों ने भी अपनी प्रियसी के लिए साड़ी, वेश व आभूषण के साथ अन्य उपहार खरीदे है। कई पतियों ने यह उपहार दुकानदार के पास ही या अपने परिचितों के यहां रखवाएं है। जिससे वे गुरुवार को सरप्राइज के रूप में पत्नी को देंगे।