चिरपटीया ग्राम पंचायत के बड़ी गांव निवासी श्रवण शर्मा जोधपुर में टैक्सी चलाते थे। वहीं पर अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहते थे। कोरोना के चलते आवागमन बंद होने के कारण श्रवण की टैक्सी का संचालन भी बंद हो गया। परेशान श्रवण टैक्सी व अपने परिवार के साथ अपने गांव आ गया। बंद पड़ी टैक्सी व कोई काम काज नहीं होने के कारण श्रवण ने इसी टैक्सी से नया कार्य करने की सोची। उसने अपनी टैक्सी को पीछे से पूरी खोलकर यात्रियों के बैठने के स्थान पर हाथ ठेला लगाया और उसी के ऊपर अन्य सामानों की सहायता से पानीपुरी रखने की जगह बना ली।
अनलॉक के बाद श्रवण अब टैक्सी से पानीपुरी के ठेले को लेकर गांव-गांव घूमते हैं। इसी से कमाकर अपना घर चला रहे हैं। श्रवण ने बताया कि गांवों में टैक्सी का ज्यादा उपयोग होता नहीं है। कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन के चलते कार्य भी बंद हो जाते हैं। जोधपुर में रहना मुश्किल हो रहा था तो गांव आकर टैक्सी को पानीपुरी के ठेले के रूप में बदल दिया। अब कामकाज अच्छा चल रहा है और गुजारा हो जाता है।