यूथ व इको क्लब के प्रभारी संस्था प्रधान होंगे। इसमें कक्षा एक से आठ तक तथा कक्षा नौ से 12 तक अलग-अलग पांच-पांच सदन बनाए जाएंगे। संस्था प्रधान की ओर से हर सदन का प्रभार प्रत्येक शिक्षक को दिया जाएगा। शिक्षकों की संख्या हाउस से अधिक होने पर एक सदन के एक से अधिक प्रभारी भी बनाए जाएंगे।
विद्यार्थी के स्कूल में प्रवेश करने पर उसे जिस हाउस का सदस्य बनाए जाएगा। वह विद्यालय की अंतिम कक्षा तक उसी सदन का सदस्य रहेगा। हाउस के नाम के आधार पर भाषण, निबंध लेखन, पत्र लेखन, पोस्टर बनवाने, साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।
यूथ क्लब की ओर से खेल व शारीरिक गतिविधियों का आयोजन करवाया जाएगा। इसमें योग, ड्रामा, वाद-विवाद, संगीत कला, सांस्कृतिक गतिविधियां व रीडिंग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जबकि इको क्लब की ओर से शिक्षक, डॉक्टर, कोच व पर्यावरण की वार्ता करवाना, बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी रखना, स्वच्छता कार्यक्रम चलाना, बच्चों के नाखून, बाल आदि की प्रार्थना सभा में जांच करना आदि गतिविधियां रहेगी।
प्रारम्भिक शिक्षा के 52 हजार 539 विद्यालयों के लिए 4636.35 लाख व माध्यमिक शिक्षा के 14 हजार 102 विद्यालयों के लिए 3525.50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। प्राथमिक विद्यालय को 5000, उच्च प्राथमिक को 15000 तथा माध्यमिक व उच्च माध्यमिक को 25000 रुपए दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
उपस्थिति रजिस्टर में विद्यार्थी के नाम के आगे उसके सदन का नाम भी लिखा जाएगा। इसके साथ ही इसमें कनिष्ठ या वरिष्ठ जैसा कोई भेद नहीं होगा। विद्यार्थी सभी गतिविधियों में समान रूप से भाग लेंगे। स्कूलों में इन क्लबों के गठन के निर्देश दे दिए है। -महेन्द्र नानीवाल, सहायक अभियंता, पाली शिक्षा मण्डल