सांदू ने बताया कि पाली शहर के जनता कॉलोनी निवासी डिस्कॉमकर्मी 30 वर्षीय सुरेन्द्रसिंह रावणा राजपूत पुत्र धनसिंह रावणा राजपूत ने चार जनों से एक लाख रुपए उधार लिए थे। यह रकम उसने चूका दी, लेकिन सूदखोर उससे ब्याज वसूलते गए और नहीं देने पर उसकी बाइक ले ली और प्रताडि़त किया। इससे वह परेशान हो गया। इससे दुखी होकर उसने 8 मार्च को 2 पेज का सुसाइड नोट लिखकर जहर खा लिया। पाली से उन्हें जोधपुर रैफर किया। जहां 9 मार्च की देर शाम को उनकी मौत हो गई। 10 मार्च को उसके शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंपा गया। मामले में मृतक के भाई उगमसिंह रावणा राजपूत ने पुलिस को 2 पेज का सुसाइड नोट सौंपा तथा कुछ लोगों के खिलाफ उसके भाई को तंग-परेशान कर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की।
पाली में बढ़ता जा रहा है सूदखोरों का आंतक
पुलिस-प्रशासन की अनदेखी के चलते उधार दिए रुपए पर मनमाना ब्याज वसूलने का गौरखधंधा शहर में सालों से चल रहा हैं। पूर्व में भी कई युवा सूदखोरों से परेशान होकर जान दे चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी पुलिस-प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हैं। उनकी इस अनदेखी ने शहर के एक ओर युवा की जान ले ली। पाली में खासकर कच्ची बस्तियों में सूदखोरों का आतंक अधिक है। अब भी सैकड़ों युवक उनके चंगुल में फंसे हुए हैं। औद्योगिक क्षेत्र थाने में पहले तीन मामले दर्ज हो चुके हैं।
पुलिस-प्रशासन की अनदेखी के चलते उधार दिए रुपए पर मनमाना ब्याज वसूलने का गौरखधंधा शहर में सालों से चल रहा हैं। पूर्व में भी कई युवा सूदखोरों से परेशान होकर जान दे चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी पुलिस-प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हैं। उनकी इस अनदेखी ने शहर के एक ओर युवा की जान ले ली। पाली में खासकर कच्ची बस्तियों में सूदखोरों का आतंक अधिक है। अब भी सैकड़ों युवक उनके चंगुल में फंसे हुए हैं। औद्योगिक क्षेत्र थाने में पहले तीन मामले दर्ज हो चुके हैं।
यह लिखा सुसाइड नोट में
जानकारी के अनुसार मृतक सुरेन्द्रसिंह टैगोर नगर डिस्कॉम ऑफिस में हेल्पर तकनीशियन के पद पर कार्यरत था। आर्थिक परेशानी के चलते उसने तीन-चार जनों से रुपए उधार लिए थे। सुसाइट नोट में उसने लिखा कि ब्याज ज्यादा लगाया गया। मूल रुपए चुकाने के बाद भी उससे मनमाना ब्याज वसूला जा रहा हैं। जो नहीं चुका पाने के कारण 4 सूदखोर उसे तंग-परेशान कर रहे हैं। उसकी बाइक तक छीन ली। अब उनसे इतना परेशान हो गया हूं कि दुनिया छोडकऱ जा रहा हूं। अलविदा।
जानकारी के अनुसार मृतक सुरेन्द्रसिंह टैगोर नगर डिस्कॉम ऑफिस में हेल्पर तकनीशियन के पद पर कार्यरत था। आर्थिक परेशानी के चलते उसने तीन-चार जनों से रुपए उधार लिए थे। सुसाइट नोट में उसने लिखा कि ब्याज ज्यादा लगाया गया। मूल रुपए चुकाने के बाद भी उससे मनमाना ब्याज वसूला जा रहा हैं। जो नहीं चुका पाने के कारण 4 सूदखोर उसे तंग-परेशान कर रहे हैं। उसकी बाइक तक छीन ली। अब उनसे इतना परेशान हो गया हूं कि दुनिया छोडकऱ जा रहा हूं। अलविदा।
4 माह पहले ही घर में गूंजी थी खुशी की किलकारी
करीब 4 माह पहले ही मृतक सुरेन्द्रसिंह के घर में बेटी ने जन्म लिया। घर में खुशी का माहौल था। बेटी का चेहरा देख वह बहूत खुश होता। ऑफिस से आकर उसके साथ खेलना उसके मानो रूटीन में शामिल था। लेकिन उसने अपनी परेशानियां दूसरों के सामने कभी शेयर नहीं की। उसकी मौत से पत्नी व परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हैं। भाई उगमसिंह का भी रो-रो कर बुरा हाल हैं।
करीब 4 माह पहले ही मृतक सुरेन्द्रसिंह के घर में बेटी ने जन्म लिया। घर में खुशी का माहौल था। बेटी का चेहरा देख वह बहूत खुश होता। ऑफिस से आकर उसके साथ खेलना उसके मानो रूटीन में शामिल था। लेकिन उसने अपनी परेशानियां दूसरों के सामने कभी शेयर नहीं की। उसकी मौत से पत्नी व परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हैं। भाई उगमसिंह का भी रो-रो कर बुरा हाल हैं।