हुकमसिंह जब 13 साल पहले मलेशिया गया तब ढाई वर्ष व छह माह की बेटियों को पत्नी मीरा को संभला कर गया। मीरा मजदूरी कर बेटियों की परवरिश कर रही है। हुकमसिंह के परिवार में बूढे माता-पिता हैं। वे भी बेटे के भारत नहीं लौट पाने से परेशान हैं। हुकमसिंह जब भी फोन करता है तो परिवार उनकी आवाज सुन बिलख पड़ता है। हुकमसिंह का परिवार केन्द्र सरकार से मदद मिलने व हुकमसिंह के घर वापसी की राह देख रहा है।
हुकमसिंह के भतीजे राजेन्द्रसिंह ने बताया कि वे पिछले तीन साल से केन्द्र सरकार से मदद मांग रहे हैं, लेकिन अब तक मदद मिली नहीं है। इस बार प्रधानमंत्री को मेल करने के साथ ही डाक के जरिए पत्र भेज परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में अवगत कराते हुए मदद की गुहार लगाई है।