पुलिस उस दौरान प्रिंसिपल व अन्य स्टाफ से पूछताछ कर रही थी। अभिभावकों का प्रदर्शन देख पुलिस महिला थाने पहुंच गई। यह देख अभिभावक भी महिला थाने के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों का कहना था कि वे स्कूल की मनमर्जी के मुताबिक फीस देते हैं। इसके बाद भी उनके बच्चों की सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है।उन्होंने प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।अभिभावकों का कहना था कि जब तक प्रिंसिपल को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा वे धरने से नहीं उठेंगे।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि गुप्ता, डीएसपी विद्यावती व महिला थाना प्रभारी कविता ने पीडि़त छात्रा के घर जाकर मोबाइल फोन में पांच संदिग्ध सफाई कर्मियों की तस्वीर दिखाई। छात्रा सफाईकर्मी तरुण की तस्वीर देखकर सिहर गई। परिजनों ने भी तरुण पर शक जताया था। पुलिस ने देर रात तरुण को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। तरुण की गिरफ्तारी के बाद स्कूल प्रबंधन की आपराधिक लापरवाही भी उजागर हो गई है। तरुण को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
अक्सर छात्राओं के शौचालय में जाता था तरुण
पुलिस पूछताछ में तरुण ने बताया कि वह दो साल से स्कूल में सफाई का काम कर रहा था। वह अक्सर स्कूल के प्रथम तल पर बने छात्राओं के शौचालय में सफाई के बहाने जाता था। तरुण की इस हरकत का कई छात्राओं ने अभिभावकों से जिक्र किया गया होगा। इस पर चार दिन पहले अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को कहा था कि शौचालय में पुरुष सफाईकर्मियों के बजाय महिला सफाईकर्मियों की तैनाती की जाए। चर्चा है कि तरुण के छात्राओं शौचालय में जाने की जानकारी एक महिला सफाईकर्मी को भी थी। तरुण शौचालय में जाता था तो वह बाहर पहरा देती थी।
38 घंटे बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया आरोपी
बच्ची के साथ रेप की कोशिश करने वाला आरोपी स्कूल का स्वीपर 22 साल का तरूण निकला। घटना के 38 घंटे बाद गुरुवार देर रात उसे अरेस्ट कर लिया गया। तरुण राकेश नगर का रहने वाला है। इससे पहले पुलिस ने हिरासत में लिए गए 5 स्वीपर और 7 दूसरे स्टाफ के फोटो गुरुवार शाम बच्ची को दिखाए थे। इस दौरान वह काफी डरी रही। इसके बाद मां ने फोटो दिखाए तो उसने आरोपी को पहचान लिया।
द मिलेनियम स्कूल तीन दिन के लिए बंद
बच्ची के परिजनों की मौजूदगी में सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन और पेरेंट्स ने मांग की है कि स्कूल मालिक के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए। जांच पूरी होने तक लोकल एडमिनिस्टेशन स्कूल को टेकओवर करे। बच्ची ने सीपीओ निधि गुप्ता को बताया था कि मैं बुधवार को स्कूल जाने के 5 मिनट बाद करीब 7-45 बजे टॉयलेट के लिए गई तो इंग्लिश लैब से कोई झांक रहा था। जैसे ही टॉयलेट में गई तो हरे रंग की टी-शर्ट पहने एक युवक आया और मेरे साथ गंदी हरकतें करने लगा। मैं चिल्लाने लगी तो मुंह दबा दिया। उसने धमकी दी कि अभी तो मैं जा रहा हूं, लेकिन अगर किसी से बताया तो कुछ भी कर सकता हूं। वहां से किसी तरह बाहर आई। इसके बाद परीक्षा शुरू हुई तो मैं डर के मारे रोने लगी। कक्षा की इंचार्ज को सारी बात बताई, लेकिन उन्होंने यकीन नहीं किया।
सात राज्यों में 19 ब्रांच है स्कूल की
मिलेनियम स्कूल श्री राधारमण एजुकेशन ट्रस्ट का है। इसके चेयरमैन गुडग़ांव के शांतनु प्रकाश हैं। ये आईआईएम अहमदाबाद से पास आउट हैं और ऑनलाइन स्मार्ट क्लास एडुकॉम सॉल्यूशन लिमिटेड चलाते हैं। इंदौर, जयपुर , सूरत, मेरठ, पटना समेत सात राज्यों के 19 शहरों में स्कूल की ब्रांच है।
10 और खोलने की तैयारी है। हरियाणा में पानीपत, करनाल और कुरुक्षेत्र में इसकी ब्रांच है। पानीपत में यह 2009 में खुला। तब 234 बच्चे पढ़ते थे, अब 1050 हैं। यह शहर के सबसे पॉश इलाके अंसल सुशांत सिटी में बना है। कैम्पस 4.7 एकड़ में फैला है। यहां 12वीं तक की पढ़ाई होती है। तीन एकड़ में बना स्कूल भवन चार मंजिला है। ऊपर की दो मंजिलें खाली हैं। पहली से पांचवीं तक की पढ़ाई पहली मंजिल पर होती है, बाकी नीचे। क्लास 5 तक सालाना फीस 1.15 लाख और 11वीं-12वीं की 1.26 लाख है।