हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्याक्ष सुमित्रा चैहान ने गुरूवार को यहां पत्रकारों को बताया कि आगामी 30 सितंबर को पंचकूला में महिला सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा और इसके बाद अधिकार यात्रा की शुरुआत की जाएगी जोकि यमुनानगर अंबाला से होते हुए कुरुक्षेत्र के पवित्र कुंड पहुंचेगी और वहां मशाल परिक्रमा की जाएगी। वहां से यात्रा करनाल पहुंचेगी। करनाल की बहुत बड़ी पहचान महिला सशक्तिकरण से है। यही वो शहर है जहां कल्पना चावला ने जन्म लिया था। इसी शहर में महिला कांग्रेस हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को जगाने का काम करेगी और यह बताएगी नारी अबला नहीं है।
भाजपा के राज में जिस तरह से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े और हरियाणा गैंग रेप की राजधानी बन गया अब समय आ गया है कि महिलाएं उठेंगी और इस भाजपा के कुशासन को खत्म करेगी। इसके बाद 1 अक्टूबर को करनाल से चल कर यात्रा पानीपत पहुंचेगी, जहां से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का आगाज किया था। वह नारा आज बदल गया है। कहीं ना कहीं इसका मतलब भाजपा से बेटी बचाओ बनकर रह गया है। सोनीपत, रोहतक और जींद होते हुए महिला अधिकार यात्रा 2 अक्टूबर को जींद पहुंचेगी जहां पर महिला खाप पंचायत का आयोजन किया जाएगा। खाप पंचायत हमारी संस्कृति है और खाप पंचायत जागृति लाने का काम कर सकती है। यह दर्शाने का काम महिला कांग्रेस करेगी। जींद के बाद कैथल सिरसा फतेहाबाद होते हुए 3 अक्टूबर को यात्रा हिसार पहुंचेगी। हिसार, भिवानी, दादरी, महेंद्रगढ़ में महिला चैपाल का आयोजन किया जाएगा।
महिला अधिकार यात्रा की पांचवें दिन की शुरुआत 4 अक्टूबर को रेवाड़ी में एक महिला सम्मेलन से होगी । इसके बाद झज्जर होते हुए नूहं में मुस्लिम महिला पंचायत का आयोजन किया जायेगा। इस पंचायत में मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की बात की जाएगी तथा उनकी समस्याओं को उठाया जाएगा। इसके बाद आखिरी दिन का आगाज पलवल, फरीदाबाद से होते हुए गुडगाँव में कैंडल मार्च से किया जाएगा। इसके बाद यात्रा दिल्ली की तरफ बढ़ेगी तथा मशाल दिल्ली की प्रदेशाध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी को सौंपी जाएगी।