इस बार की नीलामी के अन्य नीलामी की अपेक्षा अधिक संख्या में सुरक्षाबल देखे गए। हीरा कार्यालय परिसर में मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे से नीलामी की प्रकिया शुरू हो गई। जिसके तहत पहले नीलामी परिसर में दो दर्जन से भी अधिक ट्रे में सजाकर हीरों को कारोबारियों को दिखाने के लिए रखा गया।
गुणवत्ता को परखने का काम दोपहर तक हीरों को देखने और उनकी गुणवत्ता को परखने का काम दोपहर तक चला। दोपहर बाद उनकी नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई। इस बार नीलामी में जिले की उथली खदानों से प्राप्त कुल 155 नग हीरों को नीलामी के लिए रखा गया है। नीलामी में इसमें उज्जवल, मैले एवं औद्योगिक किस्म के लगभग 155 हीरे रखे गए हैं।
अनुमानित राशि लगभग 51 लाख 53 हजार 510 रुपए जिनका कुल वजन लगभग 158.32 कैरेट है। इनकी अनुमानित राशि लगभग 51 लाख 53 हजार 510 रुपए है। उच्चतम बोली वाले बोलीदार को अंतिम निर्णय के तुरन्त बाद नीलामी राशि का 20 प्रतिशत तत्काल जमा करना होगा। शेष राशि 30 दिन में जमा करना अनिवार्य होगी।
लोगों में अच्छा खासा उत्साह बताया गया कि हीरों के नीलामी की प्रक्रिया आगामी दिनों तक जारी रहेगी जब तक कि सभी हीरों की बिक्री नहीं हो जाती है। इस बार की नीलामी में अपेक्षाकृत कम हीरे ही रखे गए हैं। इसके बाद भी हीरों की खरीदारी को लेकर लोगों में अच्छा खासा उत्साह देखा गया है। मझगवां स्थित एनएमडीसी के यांत्रिक हीरा खदान से निकलने वाले हीरों की ई-नीलामी प्रत्येक तीन माह में होती है। यहां पन्ना सहित सूरत, मुंबई सहित देशभर के हीरा व्यापारी पहुंचते हैं।