गौरतलब है कि नवीन कलेक्ट्रेट भवन में यह दूसरी नीलामी थी। इससे पहले दीपावली के समय हुईनीलामी बेहत फीकी रही थी। लेकिन दूसरी नीलामी में हीरा विभाग द्वारा की गईमेहनत सामने आईऔर नीलामी में रखे गए अधिकांश बड़े हीरे बिक गये। हीरा कार्यायल के अनुसान नीलामी का सबसे बड़ा हीरा २९.४६ कैरेटका था इसे ३.९५ लाख रुपए प्रति कैरेट के हिसाब से १ करोड़ १६ लाख ५१ हजार रुपए में बिका। इसी प्रकार से नीलामी का दूसरा बड़ा हीरा १८.१३ कैरेट का हीरा ४ लाख ५०० रुपए प्रति कैरेट के हिसाब से ७२ लाख ६१ हजार रुपए में बिका। इस प्रकार से तीसरे दिन की नीलामी तक कुल १८७.१० कैरेट वजन के १५० हीरे २ करोड़ ४२लाख ९९ हजार रुपए में बेचे गए।
अंतिम दिन बरसी लक्ष्मी
नीलामी के अंतिम दिन २ करोड़ १७ लाख ८२ हजार रुपए में कुल ४३ हीरे बेचे गए हैं। नीलामी के दूसरे दिन अधिकंश हीरों के पेंडिंग में जाने के बाद सभी लोगों पर खासा दवाव था। आशंका थी कि कहीं बीते नीलामी की तरह ही इस बार भी बड़े हीरे नहीं बिक पाए तो विभाग की खासी किरकिरी होगी। इसी कारण से विभाग और हीरा अधिकारी द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी व्यापारियों को आमंत्रित किया गया था। नीलामी में हिस्सा लेने के लिए अंतिम दिन की नीलामी में दोपहर दो बजे तक देशभर के कईराज्यों के ५७ व्यापारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था।