पुलिस के अनुसार, रात 3.30 बजे सूचना मिली कि, कंटेनर में मवेशियों को सुनवारी-किशनगढ़ मार्ग से भोपाल ले जाया जा रहा है। थाना की पुलिस किशनगढ़ बाइपास के पास पहुंची। जहां ट्रक क्रमांक एमपी 09 केडी 2649 आ रहा था। ट्रक के सामने कार क्रमांक एमपी 09 सीबी 7581 आ रही थी। थाना प्रभारी द्वारा रुकवाने पर चालक एवं ट्रक में बैठे लोग भागने लगे।
मवेशियों की तस्करी के लिये डाक पार्सल लिखे गए वाहन का उपयोग किया गया है। जबकि वाहन न तो सरकारी है और न उसका कहीं पार्सल ले जाने से संबंधित अनुबंध होने के दस्तावेज हैं। आरोपियों ने पार्सल ढुलाई में वाहन के उपयोग होने की जानकारी भी नहीं दी। दूसरी ओर मामले में पवई के विद्यासागर गौ संवर्धन समिति के अध्यक्ष ज्ञानचंद्र जैन ने बताया, जिले में पांच गौ शालाएंं है।
आरोपियों ने बताया, मवेशियों को सुनवानी-किसनगढ़ के जंगल से लाए थे। कार चालक सनवर खां और ट्रक चालक संतोष लोधा निवासी सारंगपुर ने बताया, भोपाल बूचडख़ाने में ले जा रहे थे। पुलिस द्वारा पशुओं की खरीद एवं परिवहन का लाइसेंस पूछा गया। उनके द्वारा कागजात ना होना बताया गया। आरोपी संतोष पिता बोहर लोधा, अशफाक अली पिता लियाकत अली, सनवर खां पिता मोहम्मद खां, सनवर खां पिता वसीर खां, आजम पिता असलम खां सभी सारंगपुर जिला राजगढ़ के हैं। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया, गौ तस्करी पर प्रतिबंध लगाने के लिए चेकिंग अभियान चलाया गया है। मवेशियों को जिन वाहनों में ले जाया जाता था, वो पीछे और ऊपर से खुले होते हैं। मवेशियों को पर्याप्त आक्सीजन मिलती रहती थी। इस बार तस्करों ने डाक पार्सल वाहन का उपयोग किया। वह तीन ओर से पैक था। छोटी-छोटी जालियां छोड़ी गई थीं। मवेशियों को पर्याप्त हवा नहीं मिल पा रही थी।