सभी मामलों में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 294 ट्रॉली रेत जब्त की गई। संयुक्त टीम द्वारा एक ही दिन में दर्जनभर से अधिक रेत के अवैध भंडारण और अवैध उत्खनन के प्रकरण बनाए जाने के बाद से रेत के अवैध करोबार में जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है।
गौरतलब है कि जिले के अजयगढ़ और धरमपुर क्षेत्र में वैध से अधिक अवैध रेत खदानें चल रही हैं। एक दिन में यहां की अवैध रेत खदानों से करोड़ों की रेत निकल जाती है। जिले में बीते साल में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन और ओवरलोडिग़ के खिलाफ कई बार कार्रवाई हो चुकी हैं, इसके बाद भी रेत का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को एसडीएम विनय द्विवेदी के नेतृत्व में राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर कार्रवाई की है।
यहां की कार्रवाई एसडीएम विनय द्विवेदी ने बताया, संयुक्त कार्रवाई दल द्वारा फरस्वाहा, मोहाना और मझगांय में कार्रवाई की गई। इस दौरान तीनों जगहों से 10 स्थानों पर रेत का अवैध रूप से भंडारण किया जाना पाया गया। इस दौरान सभी स्थानों से करीब 294 ट्रॉली रेत जब्त की गई, जिसकी अनुमानित कीमत 80 से 85 लाख रुपए है। केन नदी में ग्राम फरस्वाह में रेत का अवैध रूप से उत्खनन किया जाना पाया गया। मौके पर कोई मिला नहीं पर अवैध उत्खनन के स्पष्ट प्रमाण मिले। वहीं दूसरी ओर मझगांय नाला में तीन स्थानों पर रेत का अवैध रूप से उत्खनन करना पाया गया।
जानकारी लगते ही हुए नौ दो ग्यारह धरमपुर और अजयगढ़ क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण जोरों पर चल रहा है। इससे यहां अकसर कार्रवाई होती रहती है। इन कार्रवाईयों का असर दो-चार दिन भी नहीं रहता है। कुछ घंटों बाद ही फिर से अवैध गतिविधियों का संचालन होने लगता है। शुक्रवार को भी अवैध गतिविधियों में लगे लोगों को जब टीम द्वारा कार्रवाई की जानकारी लगी तो वे अपने-अपने वाहन लेकर खदान क्षेत्रों से भाग खड़े हुए।
हर प्वाइंट पर बैठा रखे थे आदमी रेत कारोबारियों ने जिला मुख्यालय से रेत खदानों तक पहुंचने के मार्गों पर करीब एक दर्जन स्थानों पर अपने आदमी तैनात कर रखे हैं। मार्ग में पडऩे वाले सभी ढाबों, पेट्रोलपंपों, पुलियों और चौराहों में इनके लोग तैनात रहते हैं। इनका काम इतना ही होता है कि खदान क्षेत्रों में अधिकारियों के वाहनों के आने की पूर्व सूचना दे दें। जिससे कारोबारी अपने मशीनों और ट्रक-ट्रैक्टरों को ठिकाने लगा सकें। यही कारण के की बीते माह जब पुलिस द्वारा आधी रात में कार्रवाई की गई थी जो उसे प्राइवेट वाहनों से और वेश बदलकर खदान तक पहुंचना पड़ा था।