संचालक और मजदूर मौके से भागे
रेल के अवैध खदानों को चलाने वालों के साथ रेंज के किसी के सूचना लीक किए जाने की आशंका है। इससे पहले ७ फरवरी को कर्रवाई में भी देखा गया था कि वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा उससे पहले ही सभी लोग वहां से भाग निकले थे। इसबार गुरुवार को हुई कार्रवाई में भी ऐसा ही हुआ। इसबार की कार्रवाई में वन विभाग को एक डीजल पंप, पाइप, हीरा की चाल धोने में उपयोग होने वाली छन्नी और हीरा खदान खोदने में उपयोग होने वाले गैती, फावड़ा, गुदाली और शब्बल आदि बरामद कर जब्त कर लिए गए हैं।
रेल के अवैध खदानों को चलाने वालों के साथ रेंज के किसी के सूचना लीक किए जाने की आशंका है। इससे पहले ७ फरवरी को कर्रवाई में भी देखा गया था कि वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा उससे पहले ही सभी लोग वहां से भाग निकले थे। इसबार गुरुवार को हुई कार्रवाई में भी ऐसा ही हुआ। इसबार की कार्रवाई में वन विभाग को एक डीजल पंप, पाइप, हीरा की चाल धोने में उपयोग होने वाली छन्नी और हीरा खदान खोदने में उपयोग होने वाले गैती, फावड़ा, गुदाली और शब्बल आदि बरामद कर जब्त कर लिए गए हैं।
वन विभाग की दबिश
मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ वन अपराध भी दर्ज किया गया है। उक्त कार्रवाई में रेंजर के अतिरिक्त शेख महबूब, काशी प्रसाद अहिरवार, कमलेश विश्वकर्मा, अरुण ज्योति भौमिक, रामअवतार चौधरी, प्रताप सिंह, प्रदीप गर्ग, विनोद मौर्य, भागीलाल पटेल, मुकेश रैकवार, अमान सिंह, शिवबहादुर बागरी अैर चंद्रपॉल सिंह आदि शामिल रहे।
मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ वन अपराध भी दर्ज किया गया है। उक्त कार्रवाई में रेंजर के अतिरिक्त शेख महबूब, काशी प्रसाद अहिरवार, कमलेश विश्वकर्मा, अरुण ज्योति भौमिक, रामअवतार चौधरी, प्रताप सिंह, प्रदीप गर्ग, विनोद मौर्य, भागीलाल पटेल, मुकेश रैकवार, अमान सिंह, शिवबहादुर बागरी अैर चंद्रपॉल सिंह आदि शामिल रहे।