scriptपन्ना में हीरों की प्रदर्शनी: अडानी गु्रप के प्रतिनिधियों ने परखी हीरों की गुणवत्ता, आज बिड़ला की बारी | Adani's representatives quality tested diamonds, today Birla's turn | Patrika News

पन्ना में हीरों की प्रदर्शनी: अडानी गु्रप के प्रतिनिधियों ने परखी हीरों की गुणवत्ता, आज बिड़ला की बारी

locationपन्नाPublished: Oct 13, 2019 05:56:54 pm

Submitted by:

Anil singh kushwah

बकस्वाहा स्थित बंदर प्रोजेक्ट में मिले थे 60 हजार करोड़ के हीरे

diamond news- २४ हजार कैरेट की ऑनलाइन नीलामी 28 सितंबर को

diamond news- २४ हजार कैरेट की ऑनलाइन नीलामी 28 सितंबर को

पन्ना. छतरपुर जिले के बकस्वाहा स्थित बंदर प्रोजेक्ट में दफन करीब ६० हजार करोड़ के हीरों का उत्खनन करने के लिए नीलामी में शामिल कंपनियों द्वारा एक दिन एक कंपनी कार्यक्रम के तहत इन दिनों कलेक्ट्रेट में हीरो का अवलोकन किया जा रहा है। चार दिनी इस प्रदर्शनी के दूसरे दिन शुक्रवार को अडानी इंटर प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद के प्रतिनिधियों द्वारा पूरे दिन हीरों का अवलोकर कर उनकी गुणवत्ता को परखा गया। 10 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में बंदर प्रोजेक्ट से टेस्टिंग के दौरान रियो टिंटों द्वारा निकाले गए 2 हजार 761.6 कैरेट के हीरों को रखा गया है। ये हीरे जिस प्रदर प्रोजेक्ट की खदान से निकाले गए हैं वहां कंपनी ने 60 हजार करोड के हीरों का डिपॉजिट होने का अनुमान लगाया था। प्रदेश शासन अब इसी डायमंड ब्लॉक की नीलामी कर रहा है। इसमें शामिल चार कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा चार दिनों तक इनका अवलोकन किया जाएगा।
एनएमडीसी के प्रतिनिधि कर चुके अवलोकन
प्रदर्शनी के पहले दिन एनएमडीसी के वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने हीरोंका अवलोकन किया था। शुक्रवार को दूसरे दिन अडानी ग्रपु के प्रतिनिधियों ने हीरा का अवलोकन किया। शनिवार को तीसरे दिवस एसएस. माइनिंग एण्ड आदित्य बिडला गु्रप द्वारा हीरों का अवलोकन किया जाएगा। जबकि अंतिम दिन 13 अक्टूबर को बेदांता लिमिटिेड के दल द्वारा हीरों का अवलोकन एवं अध्ययन किया जाएगा।
…तो उथली खदान के हीरों की नीलामी भी बाहर
प्रशासन छतरपुर जिले में लगने वाली हीरा खदान के लिए कंपनियों की खूब आवभगत कर रहा है, जबकि इससे प्रत्यक्ष रूप से पन्ना जिले को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है। खनिज विभाग के अधिकारियों ने पूर्व में ही बता दिया है कि विभाग खजुराहो में डायमंड म्यूजियम बनाने जा रहा है। जहां एनएमडीसी, बंदर प्रोजेक्ट व पन्ना की उथली हीरा खदानों से मिलने वाले हीरों आधुनिक तरीके से डिस्प्ले करके नीलाम किया जाएगा। पन्ना वालों की चिंता यह है कि यदि बंदर प्रोजेक्ट शुरू होता है तो पन्ना को तो मिलेगा कुछ नहीं ऊपर से उथली हीरा खदानों की यहां होने वाली नीलामी में खजुराहो में होने लगेगी। हालांकि, उथली हीरा खदानों की नीलामी छिनने की स्थिति में यहां डायमंड पार्क की स्थापना की बात कही गई है, लेकिन इस दिशा में अभी तक सार्थक प्रयास होते नहीं दिख रहे हैं।
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