कलेक्टर को लिखे पत्र में उन्होंने महीनों से बंद खदानों के भी पिटपास जारी होने, रात के समय रेत का उत्खनन और परिवहन प्रतिबंधित होने के बाद भी पिटपास जारी होने एवं कार्रवाई में सहयोग नहीं करने आदि गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्हेंने मामले से जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रतिवेदन पर कलेक्टर कार्यालय द्वारा भी उचित कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं।
कलेक्टर को लिखे पत्र में एसडीएम ने बताया, खनिज अधिकारी व उनके अमले द्वारा कभी क्षेत्र का भ्रमण नहीं किया जाता है। कार्यालय में बैठकर भी भेजे गए प्रतिवेदनों पर त्वरित कार्रवाई नहीं की जाती है और न ही समय पर जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। इससे न्यायालयीन, विभागीय व प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहा है।
रात में 8 बजे से सुबह 7 बजे तक रेत का परिवहन प्रतिबंधित है। इसको लागू कराने के लिए अमले को सशस्त्र बल उपलब्ध नहीं कराया गया है। होमगार्ड के जवानों के भरोसे जान जोखिम में डालकर कार्रवाई करते हैं।
स्वीकृत रेत के डंपों की नहीं दी जानकारी एसडीएम ने कलेक्टर को बताया, अजयगढ़ तहसील में ग्राम पंचायतों की चार खदाने हैं। मोहना, फरस्वाहा, बीरा और रामनई। रामनई की खदान रेत नहीं होने से तीन माह से बंद है। बीरा में ब्रिज को खतरा होने के चलते वहां से रेत का उत्खनन बंद है। फरस्वाहा में भी सिर्फ पानी के अंदर ही रेत बची है। दो माह से वह भी बंद है।
सिर्फ मोहाना खदान चालू है। जहां अनियमितता पाए जाने के कारण उसे भी बंद करने के लिए प्रतिवेदन दिया गया है। इसके अलवा नीलामी वाली खदानें भीना, बीरा, सुनहरा, बरकोला, उदयपुर, चंदौरा और खरौनी भी ठेकेदार द्वारा शासन को रुपए जमा नहीं करने के कारण बंद हैं। इन खदानों के ठेकेदारों द्वारा जगह-जगह रेत अवैध डंप लगाए गए हैं।
इन डंपों पर कार्रवाई करने के लिए खनिज विभाग से स्वीकृत डंपों की जानकारी मांगी गई थी, लेकिन उक्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। इससे अमले द्वारा इनके जांच और जब्ती की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
फर्जी पिटपास से रात में पत्थर का परिवहन करते ट्रक जब्त पवई और मोहंद्रा रेंज के वन अमले ने संयुक्त गश्त के दौरान एक ट्रक को अवैध रूप से पत्थर का परिवहन करते हुए जब्त किया है। जानकारी के अनुसार शनिवार की रात वन परिक्षेत्र के अंतर्गत वन परिक्षेत्र पवई और मोहंद्रा की संयुक्त टीम गश्त कर रही थी। इस दौरान ट्रक क्रमांक एमपी 50 एच 0253 रात करीब 10 बजे मुडैरा मोड़ पर बैरियर में चेकिंग के दौरान जब्त किया गया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी शिशुपाल अहिरवार बताया, ट्रक चालक द्वारा वाहन मालिक वीरेंद्र शुक्ला का होना बताया गया। यह भी बताया गया कि ट्रक कुटरहिया स्थित कल्लू शाह की खदान से पत्थर लोड करके ले जा रहा है। उसने पिटपास दिखाया जिसका क्रमांक एसटी लीज नंबर 1462 है, जो चेक करने पर स्टॉक वाला पिटपास पाया गया। यह परिवहन के लिए फर्जी था। फर्जी पिटपास फर्जी होने के कारण वाहन जब्ती की कार्रवाई की गई है।
पिटपास में जो रूट चार्ट था उसके अनुसार वाहन नहीं जा रहा था। साथ ही रात्रि सूर्यास्त के बाद पत्थर परिवहन नहीं किया जाता, जो रात्रि में परिवहन हो रहा था। ट्रक ड्राइवर द्वारा जिस खदान से पत्थर लाना बताया जा रहा है वह खदान 15 से 20 दिन पहले बंद हो चुकी है। फर्जी पिटपास लगाकर अवैध परिवहन जोरों पर है। कार्रवाई में वन परिक्षेत्र अधिकारी सहित पवई एवं मोहंद्रा की संयुक्त टीम शामिल रही।