पुलिस को मिली सफलता
बृजपुर पुलिस के अनुसार वर्ष २005 को आरोपी ने अपने साथी राजू गौड, राजा राम काछी, दिप्पू उर्फ नरेन्द्र चौबे, परसदवा उर्फ रामप्रसाद काछी, लवकुश उर्फ चल्यू के साथ झंडा ग्राम के एक प्रबंधक के लड़के सुरेश का अपहरण किया था और फिरौती के रूप में दो लाख रुपए की मांग की थी। पुलिस के तत्काल घेरा बंदी करने पर पकड़ छूट गई थी। उक्त मामले में रज्जू गौड, दिप्पू उर्फ नरेन्द्र चौबे, परसदवा उर्फ रामप्रसाद काक्षी , राजाराम काक्षी की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
बृजपुर पुलिस के अनुसार वर्ष २005 को आरोपी ने अपने साथी राजू गौड, राजा राम काछी, दिप्पू उर्फ नरेन्द्र चौबे, परसदवा उर्फ रामप्रसाद काछी, लवकुश उर्फ चल्यू के साथ झंडा ग्राम के एक प्रबंधक के लड़के सुरेश का अपहरण किया था और फिरौती के रूप में दो लाख रुपए की मांग की थी। पुलिस के तत्काल घेरा बंदी करने पर पकड़ छूट गई थी। उक्त मामले में रज्जू गौड, दिप्पू उर्फ नरेन्द्र चौबे, परसदवा उर्फ रामप्रसाद काक्षी , राजाराम काक्षी की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
2007 में आजीवन कारावास की सुनाई गई थी सजा
इनके विरुद्ध मामला न्यायालय में चला जहां से 2007 में चारों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उक्त घटना मे संता उर्फ संतोष उर्फ लवकेश फरार हो गया था। लगभग 16 वर्ष से फरार रहने के बाद आरोपी संता उर्फ संतोष कुम्हार निवासी बदौसा को मुखबिर की सूचना के आधार पर पिष्टा तिगैला से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 12 बोर का एक कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
इनके विरुद्ध मामला न्यायालय में चला जहां से 2007 में चारों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उक्त घटना मे संता उर्फ संतोष उर्फ लवकेश फरार हो गया था। लगभग 16 वर्ष से फरार रहने के बाद आरोपी संता उर्फ संतोष कुम्हार निवासी बदौसा को मुखबिर की सूचना के आधार पर पिष्टा तिगैला से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 12 बोर का एक कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया।