scriptबुंदेला विद्राे ह: बिगुल फूंकने वाले बुंदेली युवा काे 21 साल की उम्र में दी गई थी फांसी | Bundeli youth who blew the bugle was hanged at the age of 21 | Patrika News

बुंदेला विद्राे ह: बिगुल फूंकने वाले बुंदेली युवा काे 21 साल की उम्र में दी गई थी फांसी

locationपन्नाPublished: Aug 13, 2022 10:52:06 am

– 1857 की क्रांति के 15 साल पहले बुंदेलखंड के रियासतदारों ने छेड़ दी थी जंग

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पन्‍ना। बुंदेलखंड के राजाओं और रियासतदारों ने 1857 की क्रांति के 15 साल पहले 1842 में ही अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ दी थी। नाम दिया था बुंदेलखंड का बुंदेला विद्रोह, जिसका नेतृत्व 21 साल के मधुकर शाह ने किया। विद्रोह का बिगुल फूंकने वाले मधुकर को सागर में खुलेआम अंग्रेजों ने फांसी के फंदे पर लटका दिया था। उनके भाई को 19 साल की उम्र में कालापानी की सजा सुनाई थी।
दरअसल, अंग्रेजों के खिलाफ देश की पहली संगठित क्रांति 1857 की मानी जाती है। इसकी , शुरुआत मंगल पांडे के चर्बीयुक्त कारतूस के उपयाेग के बाद भड़के आक्रोश को लेकर मानी जाती है, लेकिन बुंदेलखंड में इसकी आग ;पहले ही सुलग गई थी।
सागर में आज भी शहीद की समाधि और पार्क है। अमर शहीद मधुकर शाह के बलिदान को सदैव जीवंत रखने के लिए सागर की जेल में समाधि स्थल देखा जा सकता है। गोपालगंज में उनके नाम से पार्क बना है।

अधिकाराें पर लगाम लगाने का प्रयास-
समाजसेवी योगेंद्र भदौरिया बताते हैं,1836 में सागर जिले के अंग्रेज अफसर ने नया कानून जारी कर जागीरदारों व ताल्लुकेदारों के अधिकारों को सीमित करने का प्रयास किया था। तब अंग्रेज अफसर की इस हरकत को जागीरदारों ने स्वाभिमान के विरुद्ध समझा। अंग्रेजों के प्रति नफरत और विद्रोह की ज्वाला यहीं से भड़कने लगी। वर्ष 1842 में नाराहट में बुंदेलों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह करते हुए दर्जनों अंग्रेज सिपाहियों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद अंग्रेजों ने नाराहट के विजय बहादुर राव को गिरफ्तार कर लिया था। अंग्रेजों की इस कार्रवाई से राव के तीन बेटों ने तूफान खड़ा कर दिया था।

राजगौड़-आदिवासियों ने भी किया सहयोग-
इस विद्रोह को लोधी, आदिवासी, राजगौड़ और सेनाओं का भी साथ मिला। अंग्रेजी सेना के साथ दर्जनों बार मुठभेड़ होने के बाद अंग्रेज अफसर है मिल्टन ने मधुकर शाह व उनके भाई गज सिंह को बहन के घर से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। 1843 में मधुकर को फांसी पर लटका दिया था। उनके भाई को कालापानी की सजा दी गई।

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