स्थानीय लोगों व डायल १०० की मदद से बस में फसे लोगों को बाहर निकाला गया और इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र चंदला में भर्ती कराया गया। घटना में ठाकुरदीन लोधी (24) , राजकुमारी यादव (28), लीला यादव (18) और राजू केवट (29) गंभीर रूप से घायल हैं। बस में सवार लोगों का कहना है कि बस घटना के दौरान चालक शराब के लापरवाही पूर्वक वाहन चला रहा था। हादसे के बाद वह फरार हो गया।
नहीं रुक रहा हादसों का सिलसिला
जिले में बसों के हादसे का शिकार होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले इसी साल १० फरवर को जवाहर नवोदय स्कूल रमखिरिया के पास अंबे ट्रेवल्स की बस क्रमंाक एमपी ३५ पी ०२८४ पलट गई थी। हादसे में बस में सवार कक्षा ११ वीं के छात्र लक्ष्मण पिता कृपाल सिंह (18) निवासी धरमपुर गजना और कक्षा १०वीं के छात्र रामभरोसे पिता रामखिलावन (17) निवासी धरमपुर गजना की मौत हो गई थी, जबकि दो दर्जन छात्र-छात्राएं और अन्य यात्री घायल हुए थे। जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके दो ही दिन बाद १२ फरवरी को प्राची कोच सर्विस की बस क्रमांक एमपी ०९ एफए १३७७ छतरपुर से सतना के लिए रवाना हुई थी। जो पन्ना से सतना जाने के दौरान मोहनगढ़ी के समीप पलट गई थी। हादसे में बस में सवार धनीराम पिता राम भजन कुशवाहा (58) निवासी संध्या विहार कॉलोनी सटई रोड छतरपुर की मौत हो गई थी, जबकि एक दर्जन से अधिक लाग घायल हो गए थे।
यातायात विभाग की लापरवाही पड़ रही भारी
जिले में लागतार बड़े वाहन हादसे हो रहे हैं। इसके बाद भी जिले का यातायात विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। हालात यह है कि कई कंडम बसें भी दौड़ रही हैं। ऐसा लगता है कि बसों का बगैर फिजिकल वैरीफिकेशन किए फिटनेस जारी कर दी जाती है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही यात्रियों को भारी पड़ रही है। जिला प्रशासन को भी मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत है।