आठ दिन से लापता बच्ची का अब तक नहीं लगा सुराग
उसकी मां पास ही कुएं में पानी लेने गई थी। मां जब पानी भरकर वापस लौटी तो बच्ची उपासना दिखाई नहीं दी। इस पर उसने अपने मायके के लोगों को जानकारी दी। आसपास और गांव में तलाश करने के बाद भी बच्ची का कहीं पता नहीं चलने पर बच्ची के पिता परासी निवासी मूलचंद आदिवासी को जानकारी दी गई। उनके द्वारा दूसरे दिन १० जून को थाना पहुंचकर बच्ची उपासना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने सर्रा एवं रामपुर खजूरी से भी बच्ची के परिजनों को बुलाकर पूछताछ की थी, लेकिन बच्ची के संबंध में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका।
उसकी मां पास ही कुएं में पानी लेने गई थी। मां जब पानी भरकर वापस लौटी तो बच्ची उपासना दिखाई नहीं दी। इस पर उसने अपने मायके के लोगों को जानकारी दी। आसपास और गांव में तलाश करने के बाद भी बच्ची का कहीं पता नहीं चलने पर बच्ची के पिता परासी निवासी मूलचंद आदिवासी को जानकारी दी गई। उनके द्वारा दूसरे दिन १० जून को थाना पहुंचकर बच्ची उपासना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने सर्रा एवं रामपुर खजूरी से भी बच्ची के परिजनों को बुलाकर पूछताछ की थी, लेकिन बच्ची के संबंध में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका।
सर्चिंग के लिए टीम बनी
बच्ची की तलाश के लिए शाहनगर टीआई एके श्रीवास्तव के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया। एक टीम का नेतृत्व रैपुरा थाना प्रभारी संदीप भारती और दूसरी टीम का नेतृत्व एसआई शाहनगर एपी सिंह बघेल कर रहे थे। दोनों टीमों में रावेंद्र, हेमंत रावत, शिवराज सिंह ,महिला आरक्षक रश्मि गौर, छाया अहाके, सुखदाम सिंह, सहदेव गौतम, सुखराम सिंह और ताला गांव के मूलचंद आदिवासी, मंगोलिया, तिलकराज सिंह , बाबु सिंह, बिट्टूआ चौधरी, अजय, सुरेश, बालकराम, कृपाल प्रजापति, रामसहाय प्रजापति, बबलू चौधरी, रामप्रसाद चौधरी ,सुन्नी चोधरी ,बबलू चौधरी, शिवदयाल चौधरी, सहित गांव के लोग शामिल रहे।
बच्ची की तलाश के लिए शाहनगर टीआई एके श्रीवास्तव के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया। एक टीम का नेतृत्व रैपुरा थाना प्रभारी संदीप भारती और दूसरी टीम का नेतृत्व एसआई शाहनगर एपी सिंह बघेल कर रहे थे। दोनों टीमों में रावेंद्र, हेमंत रावत, शिवराज सिंह ,महिला आरक्षक रश्मि गौर, छाया अहाके, सुखदाम सिंह, सहदेव गौतम, सुखराम सिंह और ताला गांव के मूलचंद आदिवासी, मंगोलिया, तिलकराज सिंह , बाबु सिंह, बिट्टूआ चौधरी, अजय, सुरेश, बालकराम, कृपाल प्रजापति, रामसहाय प्रजापति, बबलू चौधरी, रामप्रसाद चौधरी ,सुन्नी चोधरी ,बबलू चौधरी, शिवदयाल चौधरी, सहित गांव के लोग शामिल रहे।