इसके अलावा घर के चप्पे-चप्पे की छानबीन की गई। घटना को लेकर एसडीएम और तहसीलदार ने भी परिजनों से मुलाकात की और उन्हेंं बच्ची की तलाश के लिए हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया। राजस्व अधिकारियों ने मामले में अब तक की प्रगति की जानकारी थाना प्रभारी शाहनगर से ली है।
बच्ची की तलाश के दिन बढऩे के साथ ही पुलिस के लिए समस्या भी बढ़ती जा रही है। बच्ची की तलाश में पुलिस ने एक अन्य संदेही कमल आदिवासी निवासी कैमुरिया पवई से भी पूछताछ की है। पुलिस को संदेह है कि बच्ची के लापता होने में उक्त युवक का भी हाथ हो सकता है। बच्ची का पिता कुछ दिनों पूर्व उसकी पत्नी को भगाकर अपने साथ ले गया था, जिसका बदला लेने के लिए वह बच्ची को अगवा कर सकता है।
हर संभावित जगह की खोजबीन बच्ची के लापता होने को लेकर मजबूत तथ्य की खोज में पुलिस एकबार फिर ग्राम ताला पहुंची और बच्ची के नानी के घर की खुदाई की। इसके बाद अनाज रखने वाले मिट्टी के बर्तन, मवेशियों के आहार सामग्री भूसा और प्याज आदि में हर संभावित जगहों पर तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया है। रसोई की भी जंाच की गई। हथौड़े से पीटकर मिट्टी की ऊपरी परत को निकाला। हर संभावित जगह तलाश करने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है।
रविवार को एसडीएम अभिषेक सिंह, तहसीलदार संदीप सिंह, नायब तहसीलदार आकाश नीरज सहित दोपहर 2 बजे ताला पहुंचे और लापता बच्ची की मां बेटी बाई से घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने बच्ची की तलाश में हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाया है। मामले की जानकारी टीआइ एके श्रीवास्तव ने दी है।