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हीरा खदान के मजदूरों पर साल के अंत में जमकर बरसी लक्ष्मी

locationपन्नाPublished: Dec 31, 2018 12:37:49 am

Submitted by:

Bajrangi rathore

हीरा खदान के मजदूरों पर साल के अंत में जमकर बरसी लक्ष्मी

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पन्ना। डायमंड के लिए विश्व में प्रसिद्ध पन्ना में हीरा खेादने वाले मजदूरों के लिए लक्ष्मी बरसाने वाला रहा यह साल। कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में इस वर्ष करीब एक दर्जन हीरे जमा हुए। इनमें से अधिकांश की नीलामी दिसंबर के अंतिम दिन में हुई। मजदूरी करने वाले कई लोग रातोंरात करोड़पति बन गए।
गौरतलब है कि पन्ना में करीब 300 साल से हीरा निकाला जा रहा है। स्वतंत्रता के पहले पूरा हीरा कारोबार पन्ना राजपरिवार द्वारा कराया जाता था। पन्ना महाराज को खान बहादुर के नाम से भी पहचाना जाता था। स्वतंत्रता के बाद जिला प्रशासन की ओर से हीरा के पट्टे जारी किए जाने लगे। पन्ना में करीब 50 किमी. के क्षेत्र में हीराधारित पट्टी है। यहां उथली खदानों से हीरों को निकाला जाता है।
वर्ष 2018 में 29 जनवरी से शुरू नीलामी में लगभग 366 हीरे रखे गए थे। जिनका कुल वजन लगभग 279.82 कैरेट व अनुमानित राशि 28 लाख 39 हजार 358 रहा। दूसरी नीलामी 25 अप्रैल से शुरू हुई जिसमें 203 कैरेट 669 सेंट वजन के 253 हीरों को नीलामी की प्रक्रिया में रखा गया। जिनकी अनुमानित कीमत करीब 20 लाख रुपए रही।
पन्ना सर्किल में कमलाबाई का तालाब, सकरिया (चौपरा), कृष्णा कल्याणपुर (पटी) और रक्सेहा की शासकीय जमीन पर पट्टे दिए जा रहे हैं। दहलान चौकी के लिए निजी जमीनों पर भी पट्टे जारी किए जाते हैं। वहीं इटमां सर्किल में किटहा, इटमांखास (बगीचा), बडग़ड़ी, सिरस्वाह (भरका), रमखिरिया, मडफ़ा, सिरसा आदि क्षेत्र शामिल हैं।
मोतीलाल के हीरे ने बनाया नया इतिहास

ग्राम जनकपुर निवासी मजदूर मोतीलाल प्रजापति को नौ अक्टूबर को ग्राम पटी की उथली खदान से 42.59 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिल। हीरा कार्यालय में जब पारखी अनुपम सिंह ने वजन किया तो मोतीलाल आश्चर्यचकित हो गया। इससे मोतीलाल की दीवाली पहले मन गई।
नीलामी में जब सुना कि उसका हीरा 6 लाख रुपए प्रति कैरेट के रिकॉर्ड बोली पर नीलाम हुआ तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह हीरा 2 करोड़ 55 लाख 54 हजार रुपए में बिका था।
रिटा. फौजी को मिला 14 कैरेट से अधिक का हीरा

बृजपुर क्षेत्र के रमखिरिया के अमहा हार में हीरा खदान चला रहे रिटायर फौजी उमाशंकर मिश्र को 20 जून को 14 कैरेट से अधिक वजन का हीरा मिला। वे अमझिरिया के अमला हार स्थित पुस्तैनी जमीन में खदान चला रहे थे।
इसके पहले भी वे 17-18 हीरे जमा करा चुके हैं, लेकिन सभी वजन में छोटे थे। यह 17.31 कैरेट का हीरा उन्हें अब तक मिला सबसे बड़ा है। हीरा मिलने की जानकारी लोगों को दी दिखाया भी है। हीरा देखने के बाद सभी लोग उत्साहित।
पहलीबार में ही खरीदे 2.61 करोड़ के हीरे

राहुल अग्रवाल एंड कंपनी के राहुल अग्रवाल दिसंबर में हुई हीरों की नीलामी में पहलीबार शामिल हुए। उन्होंने साथियों से मिल पहलीबार में ही दूसरे सबसे बड़े हीरे की 6 लाख पर कैरेट के हिसाब से बोली लगाकर 2 करोड़ 55 लाख 54 हजार में खरीद लिया।
उन्होंने छह और हीरे खरीदे। जिनमें 2.29 कैरेट का 1 लाख 83 हजार 200 रुपए, 6.19 कैरेट का 2 लाख 16 हजार 650, 14.37 कैरेट का 14 लाख 37 हजार, 2.02 कैरेट के तीन 28 हजार 280 रु में खरीदे।
पटी में मिला 18.13 कैरेट का नायाब हीरा

जिला मुख्यायल के समीप ग्राम पटी में जनकपुर निवासी हीरा खदान लगाने वाले मजदूर राधेश्याम सोनी को 29 दिसंबर को 18.13 कैरेट का जैम क्वालिटी का हीरा मिला। सोनी ने बताया, वह काफी सालों से हीरा खदान लगाने का काम करता है।
खदान में मजदूरी भी करता है। खदान को अकेले चलाने रुपए नहीं होने के कारण आठ लोगों को पार्टनर बनाया था। हीरे को हीरा कार्यालय में जमा कराया गया।

प्रकाश को मिला 2 कैरेट 58 सेंट का हीरा
जनकपुर निवासी मजदूर प्रकाश कुमार शर्मा को 14 सितंबर को 12 कैरेट 58 सेंट का जैम क्विालिटी का हीरा मिला। इसे भूपेंद्र सिंह ने 54 लाख 24 हजार में खरीदा। मजदूर ने बताया, ग्राम सरकोहा के निजी क्षेत्र की जमीन में हीरा खदान लगाने के लिए पट्टा लिया था। जून में खदान लगाने के लिए आठ फीट मीटर और आठ मीटर चौड़ाई में खदान लगाने पट्टा जारी हुआ था।
हाटूपुर डायमंड ब्लॉक में काम शुरू नहीं

देश का पहला डायमंड ब्लॉक हाटूपुर को करीब दो साल पहले केंद्र सरकार द्वारा नीलाम किया गया था। बंसल कंस्ट्रक्शन लिमिटेड ने सर्वोच्च बोली लागाकर डायमंड ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस प्राप्त किया था। हाटूपुर डायमंड ब्लॉक करीब 13 हजार 350 क्षेत्र में रहेगा।
जिसमें 106 करोड़ के हीरे डिपोजिट होने का अनुमान है। यहां अभी तक मैदानी स्तर पर खनन कार्य शुरू करने के लिए कंपनी की ओर से अभी तक जरूरी स्वीकृतियां नहीं ली जा सकी हैं। इसके चलते यहां अभी तक मैदानी स्तर पर काम शुरू भी नहीं हो पाया है। इस डायमंड ब्लॉक में सरकारी से अधिक निजी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। यह भी एक बड़ी समस्या है।
20 हजार करोड़ के हीरों के भंडार का लगाया पता

बहुराष्ट्रीय कंपनी रियो टिंटों ने छतरपुर जिले के बकस्वाहा में बंदर प्रोजेक्ट के नाम से प्रास्पेक्टिंग के लिए खुदाई करने के बाद अनुमान लगाया था कि क्षेत्र में 20 हजार करोड़ के हीरों का भंडार है। कंपनी की ओर से जिस क्षेत्र में खनन के लिए जमीन की स्वीकृति मांगी जा रही थी वह क्षेत्र पन्ना टाइगर रिजर्व और नौरादेही अभ्यारण सागर के बीच का क्षेत्र था। यह टाइगर मूवमेंट एरिया होने के अलावा सघन वन से घिरा था।
यदि कंपनी को हीरा खनने के लिए अनुमति दी जाती तो 10 लाख से अधिक पेड़ों को काटना पड़ता। पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिलने के बाद कंपनी की ओर से २४ सौ बंद पैकेटों में २७ सौ कैरेट हीरे कार्यालय में जमा कराए गए थे।
बड़ी बोली से डायमंड पार्क पर दावा मजबूत

पन्ना में प्रस्तावित डायमंड पार्क को विशेषज्ञों की इस अनुशंसा के आधार पर इंदौर को दे दिया गया था कि पन्ना में हीरे का डिस्पोजल कम है और यहां महंगे हीरों की बिक्री के लिए खरीदार नहीं मिलेंगे।
साल के अंतिम दिनों में डायमंड सिटी में हुई हीरों की नीलामी ने न सिर्फ इस मिथक को तोड़ा है बल्की, छह लाख रुपए प्रति कैरेट की बुलंदी को भी छुआ है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पन्ना में डायमंड पार्क बनाने की घोषणा की थी।
हीरा अधिकारीसंतोष सिंह, नीलामी से निश्चित ही कई मिथक टूटे हैं। पन्ना में ही करोड़ों के हीरों की नीलामी के लिए खरीदार मिल रहे हैं। इससे डायमंड पार्क के लिए पन्ना का दावा मजबूत हुआ है। पन्ना में जल्द डायमंड पार्क की स्थापना के लिए शासन को लिखा जाएगा।
जिलाध्यक्ष डायमंड मर्चेंट एसोसिएशन श्रीनिवास रिछारिया, निश्चित ही पन्ना के हीरा कारोबार के लिए शुभ संकेत हैं। इससे पन्ना का डायमंड पार्क पर दावा भी मजबूत हुआ है। डायमंड मर्चेंट एसोसिएशन इस संबंध में शासन को जल्द से जल्द डायमंड पार्क की स्थापना के लिए पत्र लिखेगा।
जिलाध्यक्ष भाजपा सतानंद गौतम, नई सरकार को अब पन्ना में डायमंड पार्क जल्द स्थापित करना चाहिए। विपक्ष में होने के नाते हम पन्ना में डायमंड पार्क की स्थापना की मांग करते हैं। आगामी दिनों इसी मांग को विस में रखा जाएगा। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस दिव्यारानी सिंह, पन्ना में डायमंड पार्क की स्थापना कांग्रेस के वचन पत्र में था। यहां डायमंड पार्क की स्थापना के लिए शीघ्र वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का दल भोपाल जाकर सीएम कमलनाथ से मिलेगा। डायमंड पार्क की शिलान्यास के लिए सीएम को बुलाने का प्रयास करेंगे।
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