गौरतलब है कि इन दिनों पन्ना टाइगर रिजर्व में 14 हाथी हैं। वे सालभर टाइगर रिजर्व के अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात रहते हैं। इसी प्रकार से इनके साथ ड्यूटी करने वाले महावतों की भी स्थिति होती है। कैंप का समय ही साल में ऐसा समय होता है, जब सभी महावत और हाथी एक साथ मिल पाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस कैंप की शुरुआत की गई थी ताकि वे कुछ दिनों के लिए साथ रह सकें और एक दूसरे को पहचान और समझ सकें। कार्यक्रम के पहले दिन सुबह महावतों ओर उनके सहयोगियों द्वारा हाथियों को नहलाया गया। इसके बाद उन्हें हिनौता कैंप लाकर आकर्षक तरीके से सजाया गया।
सजधजकर तैयार होने के बाद कर्मचारियों द्वारा हाथियों के लिए बड़े-बड़े कोपरों में तरह-तरह के फल व सब्जियां रखे। इसके अलावा उन्हें गुड के बने विभिन्न पौष्टिक पकवानों को भी भोजन में दिया गया। बताया गया कि एक सप्ताह तक चलने वाले कैंप में हाथियों को इसी तरह से दावत दी जाएगी। कैंप के दौरान हाथियों और महावतों के सेहत की भी जांच होगी। कैंप का समापन आगामी २८ सितंबर को किया जाएगा।