शनिवार को हुए मैच में दोनों टीमों ने फाइनल में जगह बनाई। आयोजन समिति के अजेन्द्र सिंह बुंदेला ने बताया, समारोह की तैयारियां जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में पूर्ण कर ली गई हैं। समाहोह में मुख्य अतिथि पन्ना विधायक व पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह होंगे।
अध्यक्षता पूर्व विधायक श्रीकांत दुबे करेंगे। विशिष्ट अतिथि महाप्रबंधक एनएमडीसी राजीव शर्मा व राघवेन्द्र सिंह चिरगांव रहेंगे। शनिवार को टूर्नामेंट में दो सेमीफाइनल मुकाबले खेले गए। मुख्य अतिथि छतरपुर से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह गुड्डू उपस्थित रहे।
पहला सेमीफाइनल मुकाबला एमपी पुलिस भोपाल और भारती फुटबाल क्लब जबलपुर के बीच खेला गया। जबलपुर के गौरव मिश्रा ने भोपाल की रक्षापंक्ति को भेदते हुए शानदार गोल दागकर टीम को बढ़त दिलाई। पहले हाफ का खेल खत्म होने तक जबलपुर की टीम आगे रही।
दूसरे हाफ में भोपाल के अमिनेष ने शानदार गोलकर टीम को बराबरी पर ला दिया। इसके बाद मैच खत्म होने तक दोंनो टीमें 1-1 से बराबर रहीं। मध्यप्रदेश फुटबाल एसोसिएशन से आए रेफरी ने फैसला पेनाल्टी शूट से करने दिया। पेनाल्टी शूट में भोपाल के गोलकीपर ने दो किक रोककर टीम को 5-3 से जीत दिला दी। दूसरा मुकाबला यूनियन फुटबाल क्लब रतलाम और एसीबी इंडिया कोरबा के बीच हुआ।
मैच के शुरुआत में ही रतलाम के खिलाड़ी की गलती ने कोरबा को पेनाल्टी दिला दी। पेनाल्टी का कोरबा ने पूरा फायदा उठाकर सेंटर फरावर्ड खिलाड़ी प्रतीक ने गोल कर दिया। रतलाम के करणपाल ने शानदार गोलकर टीम को बराबरी पर ला दिया। दूसरे हाफ में रतलाम के शुभम ने लगातार दो गोलकर टीम को 3-1 से आगे कर दिया। अंतत: मैच रतलाम ने 3-1 से जीत लिया। टूर्नामेंट में इशाक अली और पहलवान सिंह ने कमेंट्री की।
शंकरपुरा ने जीता फाइनल मुकाबला बजरंग क्रिकेट क्लब तारा द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला शंकरपुरा और तारा के बीच खेला गया। इसमें शंकरपुरा की टीम विजयी रही। समारोह के मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता शिवजीत सिंह ने विजेता और उप विजेता टीम के खिलाडिय़ों को ट्राफी और पुरस्कार बांटे।
तारा टीम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का निर्णय लिया। मैच 20 ओवर का रखा गया। शंकरपुरा की टीम ने 19 ओवर में ऑलआउट होकर 111 रन बनाए। 112 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तारा की टीम के ओपनिंग बल्लेबाज रमाकान्त शर्मा और राघवेन्द्र कुशवाहा कुछ खास नहीं कर सके और दोनों जल्द पवैलियन लौट गए।
पांचवें नंबर पर ओमप्रकाश अहिरवार और पन्नालाल कुशवाहा ने 35 रनों की साझेदारी की। पूरी टीम 15 ओवर में मात्र 77 रन बनाकर ढेर हो गई। विशिष्ट अथिति गया प्रसाद गर्ग, चन्द्रशेखर खम्परिया, रावेन्द्र गर्ग, सुकान्तो विशवास रहे। कमेंट्री रतन सिंह, धर्मेन्द्र शर्मा, आजाद खान ने की। निर्णायक के तौर पर संजू चन्दपुरिया, अशोक बिदुआ ने भूमिका निभाई।