वहीं एमपी पुलिस की टीम ने कांटे के मुकाबले में महू को हराकर सेमीफाइनल में स्थान बनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धीरज तिवारी रहे। विशिष्ट अतिथि रामऔतार पाठक, रावेन्द्र शुक्ला, भानु प्रताप सिंह, लोकेन्द्र प्रताप सिंह, विष्णु पाण्डेय रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने की। इस मौके पर आयोजन समिति की ओर से अजेन्द्र सिंह बुंदेला, प्रकाश खरे, रॉनी जेम्स, मृगेन्द्र सिंह गहरवार, बबलू चौहान, लखनराजा, केशव प्रताप सिंह, जगतपाल सिंह आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
पहला क्वार्टर फाइनल मैच शाइनिंग स्टार क्लब महू और एमपी पुलिस भोपाल के बीच खेला गया। इस मुकाबले में दोनों टीमों ने कड़ा संघर्ष किया। मैच के दोनों हाफ में कोई भी टीम गोल नहीं बना सकी। अंतत: रेफरी ने मैच का फैसला पेनाल्टी शुरू से करने की घोषणा की। इसके बाद भोपाल की टीम ने लगातार पांच मौको पर गोल दागे, जबकि महू पांच में से तीन पेनाल्टी किक को गोल में बदल सकी।
इस तरह 5-3 से भोपाल ने मैच जीता। दूसरा मुकाबला मेजबान पन्ना शिवजीत सिंह भईयाराजा फुटबाल क्लब और कोरबा के बीच हुआ। इस मुकाबले में पहले हाफ में दोनों टीमों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। पहले हाफ का खेल खत्म होने तक कोई भी टीम गोल नहीं बना सकी। इसके बाद दूसरे हाफ के शुरुआती समय में ही कोरबा के राजू ने शानदार किक के साथ पहला गोल दागा।
इससे पहले की पन्ना की टीम जवाबी आक्रमण करती कोरबा के प्रतीक ने एक और गोल कर कोरबा को 2-0 की बढ़त दिला दी। पन्ना के खिलाडिय़ों ने किसी तरह कोरबा की मजबूत रक्षा पंक्ति को भेदते हुए गोल का प्रयास किया। इसी बीच कोरबा के खिलाड़ी की गलती से पन्ना को पेनाल्टी शूट का मौका मिला। जिसे पन्ना ने गोल में तब्दील कर दिया। इसके बाद मैच बेहद ही रोमांचक हो गया था।
2-1 के इस मुकालबे में पन्ना के खिलाडिय़ों ने अंतिम समय तक गोल कर बराबरी करने का भरसक प्रयास किया, लेकिन एक मौके पर कोरबा के शंकर ने एक और गोलकर टीम को 3-1 से जीत दिला दी। इसी के साथ टूर्नामेंट में पन्ना का सफर खत्म हुआ और कोरबा ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली।