पन्ना टाइगर रिजर्वको पर्यटकों के लिए १ अक्टूबर से खोला जाना था, लेकिन काफी विलंब तक बारिश होने के कारण कोर क्षेत्र के आंतरिक भागों की सड़कों का दुरस्तकीकरण नहीं हो पाया था। इसी कारण से यहां टाइगर रिजर्व को १६ अक्टूबर से खोलने का निर्णय लिया गया था। पार्क प्रबंधन इसको लेकर बीते कई दिनों से तैयारियां कर रहा था। इसी के तहत गाइडों को एक सप्ताह की स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी। बुधवार की सुबह मड़ला गेट में फीता काटकर फील्ड डायरेक्टर केएस भदौरिया ने पर्यटन की शुरुआत की। इस अवसर पर पर्यटकों को फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया गया। पार्क प्रबंधन के स्वागत से पर्यटक अभिभूत दिखे।
बारिश खत्म होने से पूर्व पार्क में हरियाली ही हरियाली है और चारों ओर बड़ी-बड़ी जंगली घांस उगी हुईहै। इससे कुछ दूर की चीजें भी देखपाना मुश्किल होता है। संभवतया इसी कारण ये पर्यटकों को बाघ के दीदार नहीं हो सके। हालांकि नीलगाय, हिरण, सांभर सहित अन्य शाकाहारी और मांसाहारी वन्य प्राणी काफी संख्या में दिखाई देने से पर्यटक काफी खुश नजर आए। हालांकि, बाघ नहीं देख पाने का उन्हें कहीं न कहीं मलाल तो था ही लेकिन यहां की घनी वादियां और उनकी खूबसूरती ने पर्यटकों का मन मोह लिया।
फील्ड डायरेक्टर भदौरिया ने बताया, पन्ना टाइगर रिजर्वपन्ना नगर के लोगों की सुविधा के लिए पन्ना टाइगर रिजर्वकी एक टिकट विंडो नगर के डायमंड चौक में भी बनाईजाएगी। टिकट विंडों केा शीघ्र ही शुरूकराया जाएगा। इससे शहर के लोगों को शहर के अंदर ही टिकट मिल जाया करेंगी। इससे उन्हें काफी सुविधा होगी।