गौरतलब है कि पूरे जिला में सिर्फ जिला अस्पताल ही ऐसा सरकारी स्वास्थ्य केंद्र है जहां सोनोग्राफी मशीन की सुविधा है, लेकिन यहां एक भी रेडियोलाजिस्ट डॉक्टर नहीं हैं। इससे जिले के मरीजों को हफ्ते में एक दिन रविवार को चंद घंटों के लिए सेानोग्रफी की सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन यह भी सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है कि हफ्ते में चंद घंटों के लिए ही सही यह सुविधा मिल सके। सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक पन्ना ने बताया है कि जिला चिकित्सालय पन्ना में संचालित सोनोग्राफ केन्द्र में डॉ. अविनाश श्रीवास्तव सोनोलॉजिस्ट, सोनोग्राफी जांच के प्रति सप्ताह रविवार को चंद घंटों के लिए बाहर से आते हैं। इस सप्ताह 23 फरवरी को वह नहीं आ रहे हैं। जिस कारण सोनोग्राफी जांच नही हो पाएगी। एक सप्ताह से सोनोग्राफी के लिए अंतजार कर रहे मरीजों के लिए अब अगले सप्ताह तक इंतजार के के अलावा प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं दी है।
मरीजों की लाचारी पर बेवस अधिकरी और नेता
अस्पताल प्रशासन ने यह कह दिया कि अब लोगों केा सेानोग्राफी जैसी छोटी जांच के लिए भी अगले सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा। यह भी सुनिश्चित नहीं है कि अगले सप्ताह सोनोग्राफी होगी ही। ऐसे हालात के बाद भी जिले के नेता और अधिकारी मौन हैं। मरीजों की लाचारी पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेता मौन हैं। जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशसन भी सालों से चली आ रही इस समस्या का काई स्थायी समाधान करने को लेकर गंभीर नहीं है।