बस रुकने के बाद उसमें सवार करीब आधा सैकड़ा यात्रियों ने राहत की सांस ली। हादसे में कुछ लोगों को मामूली खरोच जरूर आई है, लेकिन किसी को भी अस्पताल नहीं ले जाया गया। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे डायल 100के कर्मचारियों ने जानकारी पवई पुलिस को दी और यात्रियों को अन्य वाहनों से गंतव्य के लिए रवाना किया।
जानकारी के अनुसार कोहली बस सर्विस की बस क्रमांक एमपी एमपी 35पीए 0140 पन्ना से कटनी के लिए रवाना हुई थी। बताया गया कि वैवाहिक सीजन के कारण बस यात्रियों से खचाखच भरी थी। दोपहर करीब तीन बजे ग्राम मुराछ के पास अचानक बस की स्टेयरिंग फेल हो गई। स्टेयरिंग फेल होने की जानकारी लगते ही यात्रियों के बीच मानो कोहराम मच गया। लोगों को लग रहा था कि यदि चालक कूद गया तो बस निश्चत ही पलट जाएगी।
चालक ने बस के धीमे होने का फायदा उठाते हुए नियंत्रित करने में जुट गया। इसी दौरान बस सड़क छोड़कर फुटपाथ से नीचे खाई में चली गई तो यात्रियों के दिलों की धड़कनें और भी बढ़ गईं। यात्री बस को जोर से पकड़े थे। हालांकि अंत में बस को रोकने में चालक कामयाब हो गया और सड़क से कुछ दूर पर जाकर बस रुक गई। बस रुकने के बाद चालक-परिचालक वहां से खिसक लिए।
बस रुकते ही ली यात्रियों ने ली राहत की सांस जब तक बस रुक नहीं गई तब तक यात्रियों की सांस फूलने लगी थी। बस के रुकते ही राहत की सांस ली और एक-एक कर उतरने लगे। चालक-परिचालक को मौके पर नहीं पाकर यात्रियों ने मामले की जानकारी डायल 100 और पुलिस को दी। मामले की जानकारी लगने के बाद डायल 100के कर्मचारी आरक्षक वीरेेंद्र खरे और अवधेश तिवारी मौके पर पहुंचे और यात्रियों को अन्य वाहनों से गंतव्य की ओर रवाना किया। हालांकि घटना में किसी यात्री को ज्यादा चोट नहीं आई है। एक-दो यात्रियों को थोड़ी बहुत खंरोच जरूर थी।
मार्ग में कई खटारा बसें, मेंटीनेंस की कमी परिवाहन विभाग द्वारा यात्री वाहनों का फिटनेस जांचा जाता है। इसकी जांच नियमित रूप से होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है। बस संचालक भी बसों का रखरखाव सही तरीके से नहीं करते हैं। इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। दो दिन पूर्व ही एक बस पलट गई थी, जिसमें करीब एक दर्जन यात्री घायल हुए थे। घायलों में से एक ही इलाज के दौरान जबलपुर में मौत हो गई है।
इसी प्रकार करीब एक सप्ताह पूर्व ककरहटी में एक कार पुलिया से नीचे गिर गई थी। जिसमें चार लोगों की मौके पर मौत हो गई थी और एक युवती की रीवा ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई, जबकि कार चालक का गंभीर हालत में इलाज जारी है। जिले में हादसों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है और जिम्मेदार सजग होने का नाम नहीं ले रहे हैं।