दो दिन पहले से बीमार था बेटा
ग्राम लोहगवा निवासी सुलोचना बाई को उसके पति ने छोड़ दिया है। वह करीब एक साल से अपने दोनों बच्चों के साथ पुलिस थाने की बाउंड्री के समीप पन्नी लगाकर रहती है। उसे शासन की योजनाओं को लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इससे वह भीख मांगकर किसी तरह से अपना और बच्चों का पेट पाल रही थी। दो दिन पूर्व उसके करीब दो साल के छोटे बेटे की तबीयत खराब हो गई थी। इससे वह बीमार चल रहा था। रात में बच्चे की मौत हो गई। मां के पास बच्चे के अंतिम संस्कार के लिए भी रुपए नहीं थे। इससे वह बच्चे के शव को गोद में उठाए घंटों तक रोती-बिलखती रही।
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लोगों ने किया सहयोग
महिला को रोता-बिलखता देख आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी थाने की पुलिस को दी। पुलिस द्वारा महिला की किसी तरह से मदद नहीं करने के कारण सलेहा बस स्टेंड में लोगों ने उसकी मदद की और सलेहा में उसके मृत बेटे का अंतिम संस्कार कराया गया। इतना ही नहीं आगामी कुछ दिनों के लिए खाद्य सामग्री और गर्म कपड़ों की व्यवस्था कर भी लोगों ने महिला को दिए। बताया गया कि महिला के पास पर्याप्त गर्म कपड़े भी नहीं थे। इस भीषण ठंड में महिला के खुले आसमान तले रात बिताने से बच्चे को ठंड लगने की भी आशंका जताई जा रही है।
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