scriptजिला अस्पताल की टंकी में लीकेज, पानी की बर्बादी के साथ ही ढहने का डर, नहीं चेते जिम्मेदार तो हो सकता है हादसा | Leakage in district hospital tank, water wastage and fear of collapse | Patrika News

जिला अस्पताल की टंकी में लीकेज, पानी की बर्बादी के साथ ही ढहने का डर, नहीं चेते जिम्मेदार तो हो सकता है हादसा

locationपन्नाPublished: Jan 21, 2020 01:56:34 am

Submitted by:

Anil singh kushwah

दिनभर बहता रहता है पानी

Leakage in district hospital tank, water wastage and fear of collapse

Leakage in district hospital tank, water wastage and fear of collapse

पन्ना. पीएचई की जिला अस्पताल परिसर में निर्मित पानी की टंकी में कई बड़े लीकेज हैं। इनसे दिनभर पानी बहता रहता है। इससे पानी की बर्बादी होने के साथ ही टंकी के कमजोर होकर ढहने की आशंका भी बनी हुई है। पानी टंकी में लीकेज होने और इसमें पानी की बर्बादी को लेकर पीएचई और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी है। इसके बाद भी जिम्मेदार लोगों द्वारा इस दिशा में सार्थक कदम उठाने की बजाए किसी हादसे का इंतजार किया जा रहा है। गौरतलब है कि उक्त पानी टंकी का निर्माण पीएचई की ओर से करीब 6.72 लाख रुपए की लागत से कराया गया था।
कभी भी हो सकता है हादसा
इस टंकी की ऊचाई करीब 15 मीटर और जल भंडारण क्षमता एक लाख लीटर की है। उक्त पानी टंकी से बीते एक साल से भी अधिक समय से पानी का रिसाव हो रहा है। टंकी के निचले हिस्से में ये लीकेज होने इन लीकेज से दिनभर पानी बहता रहता है। टंकी से लगातार पानी का रिसाव होने से हर दिन सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद तो हो ही रहा है साथ ही टंकी के कमजोर होकर ढहने की आशंका भी बनी रहती है। जिम्मेदार लोगों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
चार साल से नहीं हुई सफाई
जिला अस्पताल परिसर में स्थित पानी टंकी की बीते चार सालों से सफाई नहीं कराई गई है। यहां लगे टंकी के निर्माण संबंधी बोर्ड में टंकी के सफाई की तिथि 28 अप्रेल 2016 दर्ज है। अर्थात इस टंकी को बीते चार सालों से साफ किए बगैर इसका पानी मरीजों, परिजनों और अस्पताल के स्टॉप को सप्लाई किया जा रहा है। वहीं अस्पताल प्रशासक हरिशंकर त्रिपाठी ने बताया कि टंकी में लंबे समय से लीकेज है। इसकी जानकारी पीएचई के अधिकारियों को दी जा चुकी है।
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