कभी भी हो सकता है हादसा
इस टंकी की ऊचाई करीब 15 मीटर और जल भंडारण क्षमता एक लाख लीटर की है। उक्त पानी टंकी से बीते एक साल से भी अधिक समय से पानी का रिसाव हो रहा है। टंकी के निचले हिस्से में ये लीकेज होने इन लीकेज से दिनभर पानी बहता रहता है। टंकी से लगातार पानी का रिसाव होने से हर दिन सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद तो हो ही रहा है साथ ही टंकी के कमजोर होकर ढहने की आशंका भी बनी रहती है। जिम्मेदार लोगों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इस टंकी की ऊचाई करीब 15 मीटर और जल भंडारण क्षमता एक लाख लीटर की है। उक्त पानी टंकी से बीते एक साल से भी अधिक समय से पानी का रिसाव हो रहा है। टंकी के निचले हिस्से में ये लीकेज होने इन लीकेज से दिनभर पानी बहता रहता है। टंकी से लगातार पानी का रिसाव होने से हर दिन सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद तो हो ही रहा है साथ ही टंकी के कमजोर होकर ढहने की आशंका भी बनी रहती है। जिम्मेदार लोगों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
चार साल से नहीं हुई सफाई
जिला अस्पताल परिसर में स्थित पानी टंकी की बीते चार सालों से सफाई नहीं कराई गई है। यहां लगे टंकी के निर्माण संबंधी बोर्ड में टंकी के सफाई की तिथि 28 अप्रेल 2016 दर्ज है। अर्थात इस टंकी को बीते चार सालों से साफ किए बगैर इसका पानी मरीजों, परिजनों और अस्पताल के स्टॉप को सप्लाई किया जा रहा है। वहीं अस्पताल प्रशासक हरिशंकर त्रिपाठी ने बताया कि टंकी में लंबे समय से लीकेज है। इसकी जानकारी पीएचई के अधिकारियों को दी जा चुकी है।
जिला अस्पताल परिसर में स्थित पानी टंकी की बीते चार सालों से सफाई नहीं कराई गई है। यहां लगे टंकी के निर्माण संबंधी बोर्ड में टंकी के सफाई की तिथि 28 अप्रेल 2016 दर्ज है। अर्थात इस टंकी को बीते चार सालों से साफ किए बगैर इसका पानी मरीजों, परिजनों और अस्पताल के स्टॉप को सप्लाई किया जा रहा है। वहीं अस्पताल प्रशासक हरिशंकर त्रिपाठी ने बताया कि टंकी में लंबे समय से लीकेज है। इसकी जानकारी पीएचई के अधिकारियों को दी जा चुकी है।