दामाद ने फुर्ती और चतुराई से अपनी रजाई से तेंदुए को ढककर तुरंत कमरे से बाहर निकाला और कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। तेंदुए के कमरे में बंद होने के बाद वे तुरंत बाहर निकाले ओर आसपास के लोगों को जानकारी दी। इसके बाद ही बीट गार्ड ओर रेंज कार्यालय को जानकारी दी गई।
5 बजे अचानक एक तेंदुआ गांव में घुस आया जानकारी के अनुसार सुबह करीब 6 बजे ग्राम मरता के मिहीलाल का परिवार घर की परछी में सोया हुआ था। जबकि उनका दामाद भोला आदिवासी कमरे में था। सुबह करीब 5 बजे अचानक जंगल की ओर से एक तेंदुआ गांव में घुस आया और मिहिलाल के घर की परछी में सो रही बच्ची पर सबसे पहले हमला कर दिया।
परिवार के चार अन्य लोगों पर भी हमला उसे बचाने के चक्कर में तेंदुए ने परिवार के चार अन्य लोगों पर भी हमला किया। इनको छोडऩे के बाद वह बगल के कमरे मेें सो रहे दामाद वाले कमरे में पहुंचा। जहां खतरा भांपते ही दामाद भोले ने अपनी रजाई तेंदुए पर फेंककर जल्दी से कमरे से बाहर निकल आया और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया।
कुछ ही समय में पहुंचा वन अमला
तेंदुए को कमरे में बंद करने के बाद आसपास के लोगों को भी जानकारी दी गई। इसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत मामले की जानकारी बीटगार्ड और रैपुरा रेंज कार्यालय को दी गई। जिससे कुछ ही देर बाद रेंजर देवेश गौतम करीब आधा दर्जन अधिनस्त अमले को लेकर मौके पर पहुंच गए।
दोपहर में रेस्क्यू टीम पहुंच गई इसके साथ ही उन्होंने मामले की जानकारी डीएफओ दक्षिण वन मंडल नीलम मिश्रा और वन विभाग को भी दी। सूचना मिलने के साथ वन विभाग का अमला रेस्क्यू टीम के साथ ग्राम मुरता की ओर रवाना हो गया। दोपहर में रेस्क्यू टीम पहुंच गई है, लेकिन तेंदुए के कहीं ठहरने का इंतजार किया जा रहा है। जिससे उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके।
इस तरह से किया रेंजर पर हमला
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार रेंजर अधिनस्त अमले के साथ जब छप्पर के खपड़े निकाल रहे थे। इसी दौरान वहां मौजूद भीड़ में से कुछ लोगों ने शोर मचा दिया। जिससे तेंदुआ ने छलांग लगाते हुए रेंजर के सीने में दोनों पैर रखते हुए बाहर आ गया। उसने रेंजर पर पैरों से कम हमले किए और ग्राम पेड़ी की ओर भाग गया। बताया जाता है कि उसने ग्राम पेड़ी में भी एक महिला पर हमला किया और वापस मुरता गांव की ओर लौटने लगा। उक्त घटनाक्रम के बाद से आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
ये हुए तेंदुए का शिकार
गांव में घुसने के बाद तेंदुए ने रेंजर देवेश गौतम सहित छह लोगों को घायल किया है। घायलों में मिहीलाल गौड पिता खिजजू, कल्लू गौड़ पिता आनंदी गोड़ (12), ज्योति गौड़ पिता बाबलू (4), भालू पिता सीताराम (5) भोलू, भोले पिता जुझारू, दामाद भोले गौड़ निवासी बहोरीदंद कटनी ओर वर्षा पित बाबलू (6) घायल हो गए हैं। घायलों को कटनी के लिए रेफर किया गया है। घायलों में किसी की भी हालत गंभीर नहीं बताई जा रही है।
सुबह मुरता गांव में तेंदुए के घुसे होने की जानकारी मिली थी। हम रेस्क्यू टीम लेकर गांव पहुंच गए हैं। गांव से तेंदुए के भाग जाने के कारण रेस्क्यू नहीं किया गया है। स्टॉप से रेंजर घायल हुए हैं। उन्हें कटनी इलाज के लिए भेज दिया गया है। पांच अन्य लोग घायल हैं।
नीलम मिश्रा, डीएफओ दक्षिण वन मंडल