किशोर ने अपने हाथ में लिए हसिये से किसी तरह अपने को बचाया, लेकिन तब तक वह तेंदुए के हमले से गंभीर रूप से घायल हो गया था। पास में मौजूद दादी किसी तरह से उसे घर तक लेकर आई। जहां से उसे अजयगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। किशेार को गंभीर चोट होने के कारण उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घायल बच्चों को शाम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम कुडऱा निवासी सुरेश लोध पिता रामेश्वर लोध (15) बकरी चराने के लिए सुबह अपनी दादी के साथ गांव के पास के जंगल गया हुआ था। सुबह करीब 11 बजे वह बकरियां चरा रहा था। इसी दौरन झाडिय़ों में छिपे एक तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे के हाथ में हसिया था, जिससे उसने तेंदुए से अपनी जान बचाई, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से घायल हो चुका था।
तेंदुए के भागने के बाद किशोर ने जोर से चिल्लाय तो पास में मौजूद दादी तुरंत मौके पर आईऔर उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में किसी तरह गांव तक लेकर आई। जहां से किशोर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजयगढ़ में भर्ती कराया गया। बच्चे के सिर में गंभीर चोट थी, इससे एक्स-रे सहित अन्य दवाओं के लिए उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां शाम को घायल किशोर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डिप्टी रेंजर धरमपुर बीके विश्वकर्मा ने बताया, घायल को इलाज के लिए तत्काल एक हजार रुपए की सहायता दी गई है। इसके अलावा वन विभाग की टीम यह पता लगाने के लिए घटना स्थल गई है कि किशेार पर किस वन्य प्राणी ने हमला किया होगा। किशोर के अनुसार उस पर तेंदुए ने हमला किया था।